भारत में सबसे बड़ी आर्डर बुक रखने वाली 3 सबसे बड़ी सोलर कंपनियां
भारत में सोलर एनर्जी सेक्टर में लगातार मजबूत वृद्धि हो रही है जो अक्षय ऊर्जा समाधानों की बढ़ती मांग के कारण है। इस सेक्टर की कंपनियाँ हज़ारों करोड़ रुपये के ऑर्डर बुक की रिपोर्ट कर रही हैं जिससे बाज़ार में उनकी अग्रणी स्थिति और विकास क्षमता को दर्शाता है। इस लेख में हम बात करेंगे भारत की इन्ही कंपनियों के बारे में और जानेंगे कैसे आप भी इन कंपनियों में निवेश करके भारत के इस बढ़ते अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में अपना योगदान दे सकते हैं। आइए जानते हैं।
1. प्रीमियर एनर्जीज लिमिटेड
इस कंपनी का वर्त्तमान मार्केट कैप ₹49,418 करोड़ है और इसके शेयर का मूल्य ₹1,096 है। कंपनी के पास अक्टूबर 2024 तक ₹6,906.6 करोड़ की मजबूत ऑर्डर बुक है जिससे यह बाजार में सबसे मज़बूत कंपनियों में से एक है। इस कंपनी की आर्डर बुक में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/सरकारी संस्थाओं से 22% और निजी क्षेत्र के ग्राहकों से 78% आता है।
प्रीमियर एनर्जीजी भारत में दूसरी सबसे बड़ी सौर सेल निर्माता है और इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 2 गीगावाट है और यह बाजार में 25% की हिस्सेदारी रखती है। यह कंपनी सोलर मॉड्यूल की चौथी सबसे बड़ा उत्पादक है जिसकी क्षमता 4.13 गीगावाट है जो भारत की कुल क्षमता का 6% है। कंपनी 2026 तक 7 गीगावाट सौर सेल क्षमता, 2026 तक 8 गीगावाट सौर मॉड्यूल क्षमता का लक्ष्य रखती है।
2. वेबसोल एनर्जी सिस्टम लिमिटेड
कंपनी का मार्केट कैप ₹5,425 करोड़ है और इसके शेयर का मूल्य ₹1,288.65 है। यह कंपनी नवंबर 2024 तक 1,660 मेगावाट की ऑर्डर बुक के साथ देश की सबसे बड़ी ग्रीन एनर्जी कंपनियों में से एक है। इसमें एक प्रमुख भारतीय ग्राहक को 180 मेगावाट पीवी सोलर पीवी मॉड्यूल की आपूर्ति करने का अनुबंध भी शामिल है। इस प्रोजेक्ट की डिलीवरी नवंबर 2024 के अंत में शुरू होने वाली है जो वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही तक पूरी हो जाएगी।
इस परियोजना की मुख्य विशेषताओं में पश्चिम बंगाल के फाल्टा विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) में उन्नत विनिर्माण सुविधा है जिसमे सौर सेल उत्पादन 600 मेगावाट, सौर मॉड्यूल उत्पादन 550 मेगावाट शामिल हैं। कंपनी चरणबद्ध तरीके से सौर सेल और मॉड्यूल के लिए 1.8 गीगावाट का लक्ष्य रखती है।
3. वारी एनर्जीज लिमिटेड
अपने ₹74,377 के मार्केट कैप के साथ वारी एनर्जीज भारत की सबसे बड़ी सोलर कंपनियों में से एक है। इसके शेयर का मूल्य ₹2,589 है और सितंबर 2024 तक कंपनी के पास 1,702 मेगावाट (1.7 गीगावॉट) की अधूरी ऑर्डर बुक है 9-12 महीनों के भीतर पूरी होने की उम्मीद है। साथ ही कंपनी 17.8 गीगावाट की सक्रिय बोली पाइपलाइन भी रखती है जो इसके अतिरिक्त अनुबंध हासिल करने की मजबूत संभावनाओं को दर्शाती है।
यह कंपनी भारत में सबसे बड़ा सौर पीवी मॉड्यूल निर्माता है जिसकी स्थापित क्षमता 13.3 गीगावाट है। कंपनी अपने उत्पादन क्षमता का विस्तार करने की तैयारी कर रही है जिसमें एक नई अमेरिकी सुविधा शामिल है। यह शुरू में 3 गीगावाट का उत्पादन करेगी जिसे 2027 तक 6 गीगावाट तक बढ़ाया जाएगा।