5kW सोलर पैनल एक दिन में कितनी पावर जनरेट करते हैं :
5kW का सोलर पैनल सिस्टम आमतौर पर प्रति दिन लगभग 15-20 kWh बिजली जनरेट करता है, जो सनलाइट की अवेलेबिलिटी, वेअथेर कंडीशन और पैनलों की एफिशिएंसी जैसे फैक्टर पर देपेंद करता है। जियोलाजिकल लोकेशन और सीजनल चेंज के आधार पर इसमें थोड़ा डिफरेंस हो सकता है।
इस कैपेसिटी का सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने के बाद, यूजर को अक्सर अपने ग्रिड बिजली बिल पर काफी डिस्काउंट मिलता है। इसके अलावा, सोलर सिस्टम ईको-फ्रेंडली तरीके से काम करके एनवायर्नमेंटल प्रोटेक्शन में कंट्रीब्यूशन देते है, जिससे कोई हानिकारक एमिशन या प्रदूषण नहीं होता है।
5kW सोलर पैनल:
5 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम द्वारा जनरेट की गई इलेक्ट्रिसिटी की कैलकुलेशन कई फैक्टर के आधार पर की जा सकती है। आमतौर पर, कैलकुलेशन 1 किलोवाट सोलर सिस्टम द्वारा प्रोडूस की गई इलेक्ट्रिसिटी पर आधारित होती है। अगर आपके एरिया को प्रतिदिन एवरेज 5 घंटे धूप मिलती है, तो उस स्थिति में, 1 किलोवाट सोलर पैनल 5 घंटे में 1 x 5 = 5 kWh इलेक्ट्रिसिटी का प्रोडक्शन करते हैं।
इंस्टॉल्ड सोलर पैनलों के टाइप, उनकी एफिशिएंसी और मौसम की स्थिति जैसे फैक्टर पर विचार करते हुए, पावर जेनेरशन में मिनिमम 20% लॉस मान लें। 1 किलोवाट सोलर पैनलों द्वारा जनरेट की गई इलेक्ट्रिसिटी 1 x 5 x 80% = 4 kWh होगी। 1 किलोवाट सोलर पैनलों द्वारा जनरेटेड पावर की कैलकुलेशन करने के बाद, हम 5 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम द्वारा जनरेटेड पावर को आसानी से निर्धारित कर सकते हैं। 5 x 4 = 20 किलोवाट-घंटे प्रति दिन।
5kW सोलर सिस्टम के लिए कंपोनेंट्स:
आमतौर पर, 5 किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम प्रत्येक 335 Wp के 15 पैनल का यूज़ करता है। अगर हम उनके आधार पर जनरेटेड पावर की कैलकुलेशन करें तो 335 x 5 घंटे x 80% = 1.34 किलोवाट कैपेसिटी होगी। 5 किलोवाट का सोलर सिस्टम 500 से 600 यूनिट तक बिजली का जनरेट कर सकता है।
किलोवाट-घंटे में यह कहा जा सकता है कि वे प्रतिदिन लगभग 20 kWh इलेक्ट्रिसिटी प्रोडूस करते हैं। एक्चुअल पावर जेनेरशन मौसम की स्थिति जैसे कई फैक्टर से एफेक्ट होता है। यह रिसीव्ड सनलाइट के अमाउंट पर निर्भर करता है और एवरेज सनलाइट के एक्सपोज़र और फेवरबल वेअथेर कंडीशन के आधार पर कैलकुलेट की जाती है।
सोलर सिस्टम के लाभ इस प्रकार हैं:
- लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट: सोलर सिस्टम में इन्वेस्ट करने से यूजर को कम से कम 20 से 25 सालों तक बेनिफिट मिलता है, क्योंकि यह एक्सटेंडेड पीरियड के लिए पावर जनरेट करता है। मनुफैक्टर इन सिस्टम के लिए वारंटी भी ऑफर करते हैं।
- फॉसिल-फ्यूल पर काम डिपेंडेंस: सोलर सिस्टम से इलेक्ट्रिसिटी प्राप्त करने के बाद, यूजर अब बिजली के लिए फॉसिल फ्यूल पर डिपेंडेंट नहीं हैं। उन्हें ग्रिड इलेक्ट्रिसिटी बिलों पर काफी डिस्काउंट मिलता है और वे फ्री बिजली का यूज़ कर सकते हैं।
- एनवायर्नमेंटल कंट्रीब्यूशन: सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने से एनवायर्नमेंटल प्रोटेक्शन में कंट्रीब्यूशन मिलता है। सोलर सिस्टम एनवायर्नमेंटल फ्रेंडली मन्नेर से काम करते हैं, किसी भी पोलूटैंट का एमिशन न करके कार्बन फुटप्रिंट को कम करते हैं।
- प्रॉपर्टी वैल्यू में इनक्रीस: 5 किलोवाट सिस्टम जैसे सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने से भविष्य में आपके घर की वैल्यू बढ़ सकती है, खासकर अगर आप अपना घर बेचने की योजना बना रहे हैं।
- लौ मेंटेनेंस: सोलर पैनलों को आमतौर पर मिनिमम मेंटेनेंस की आवश्यकता होती है। बेस्ट परफॉरमेंस सुनिश्चित करने के लिए आप उन्हें हर छह महीने या एनुअली एक बार साफ कर सकते हैं।
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