भारत की सबसे बड़ी पवन ऊर्जा कंपनी ने जारी किए अपने लाभ की पूरी जानकारी
भारत का सौर ऊर्जा उद्योग प्रचुर मात्रा में सूर्य की रोशनी, सहायक नीतियों और स्वच्छ ऊर्जा समाधानों की बढ़ती मांग के कारण तेजी से विस्तार कर रहा है। इस उद्योग में अग्रणी कंपनी वारी एनर्जीज लिमिटेड देश के अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र को आकार देने में एहम भूमिका निभा रहा है। इस लेख में हम इसी कंपनी के लाभ के नतीजों के बारे में बात करेंगे और जानेगे कैसे आप भी इस कंपनी में निवेश करके अच्छा लाभ उठा सकते हैं। आइए जानते हैं।
वारी एनर्जीज लिमिटेड के बारे में जानें
वारी एनर्जीज लिमिटेड भारत में सोलर फोटोवोल्टिक (पीवी) मॉड्यूल का सबसे बड़ा निर्माता है जो विविध उत्पाद पोर्टफोलियो पेश करता है। इसमें सोलर पीवी मॉड्यूल – मल्टीक्रिस्टलाइन, मोनोक्रिस्टलाइन और टॉपकॉन मॉड्यूल, लचीले बाइफेसियल मॉड्यूल और बिल्डिंग-इंटीग्रेटेड फोटोवोल्टिक (बीआईपीवी) मॉड्यूल, ऊर्जा समाधान – लिथियम-आयन बैटरी, ऊर्जा भंडारण प्रणाली, इनवर्टर, जल पंप और हरित हाइड्रोजन समाधान जैसी सेवाएं शामिल हैं। जून 2024 तक कंपनी के पास 12.50 GW की सबसे बड़ी कुल स्थापित क्षमता है जो भारत की वार्षिक स्थापित क्षमता में 17% बाजार हिस्सेदारी रखती है।
कंपनी का राजस्व विभाजन और प्रदर्शन
कंपनी के सौर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल में राजस्व योगदान कुल राजस्व का 85.42% रहा है और Q2FY25 प्रदर्शन में बिक्री में 10% की गिरावट आई है (Q2FY24 में ₹3,392.4 करोड़ से ₹3,053.24 करोड़) साथ ही ऑपरेटिंग लाभ मार्जिन 12.35% रहा। कंपनी की इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) की बात करें तो इसका राजस्व योगदान 4.08% रहा।
कंपनी की बिक्री में 257% की वृद्धि हुई (Q2FY24 में ₹144.58 करोड़ से ₹516.67 करोड़) थी, ऑपरेटिंग लाभ मार्जिन 12.28%, और बिजली उत्पादन का राजस्व योगदान 0.17% और ऑपरेटिंग लाभ मार्जिन 0.11% रहा।
कंपनी की विस्तार योजनाएँ
वारी एनर्जीज लिमिटेड अपनी स्थिति को मजबूत करने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए अपने परिचालन को सक्रिय रूप से बढ़ा रही है। इसमें सबसे पहले कंपनी की ओडिशा सुविधा आती है जिसे ₹9,049.95 करोड़ की लागत से बनाया गया है। यह नई विनिर्माण सुविधा इनगॉट वेफर्स, सोलर सेल और सोलर पीवी मॉड्यूल के लिए बनाई जाएगी और अभी निर्माणाधीन प्रक्रिया में है। इससे बैकवर्ड इंटीग्रेशन बढ़ेगा और उत्पादन सुव्यवस्थित होगा।
कंपनी भारत में चार विनिर्माण सुविधाएँ संचालित करती है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति बनाए रखती है। वारी एनर्जीज नवाचार और बाजार प्रभुत्व पर ध्यान केंद्रित करते हुए सौर उद्योग का नेतृत्व करना जारी रखती है। इसमें टॉपकॉन और बाइफेसियल मॉड्यूल जैसी उन्नत मॉड्यूल प्रौद्योगिकियाँ, उभरते ऊर्जा क्षेत्रों में विविधता लाना है। वर्तमान समय में कंपनी की भारत में 17% हिस्सेदारी है अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में जिससे कंपनी अपने लक्ष्यों को दर्शाती है।
वारी एनर्जीज अपने मजबूत सरकारी समर्थन और अक्षय ऊर्जा की बढ़ती माँग के साथ विकास के लिए अच्छी स्थिति रखती है। यह कंपनी अपने पीवी मॉड्यूल जैसे मुख्य खंडों में बिक्री में गिरावट बाजार की स्थिति और प्रतिस्पर्धा के अनुकूल होने की आवश्यकता को दर्शाती है।