NTPC ग्रीन एनर्जी और अडानी ग्रीन में से कौन सी कंपनी देगी सबसे ज्यादा लाभ?
भारतीय में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र काफी तेजी से बढ़ रहा है जहाँ सरकारी पहलों के माध्यम से देश 2030 तक 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहा है। भारत के इन लक्ष्यों को हासिल करने में देश की कई बड़ी निजी और सरकारी कंपनियां शामिल हैं।
NTPC ग्रीन एनर्जी और अडानी ग्रीन एनर्जी इस क्षेत्र में दो प्रमुख खिलाड़ी हैं जो देश के अक्षय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्यों को हासिल करने में एहम योगदान दे रही हैं। इस लेख में हम बात करेंगे अडानी ग्रीन और NTPC ग्रीन एनर्जी के बारे में और कोन सी कंपनी सबसे ज्यादा लाभ देगी आने वाले समय में। आइए जानते हैं।
व्यवसाय के बारे में जानें
NTPC ग्रीन एनर्जी
NTPC के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई के रूप में 2022 में स्थापित की गई थी। इस कंपनी में सोलर कंपनी के राजस्व का 91% और पवन कंपनी के राजस्व का 4.5% योदगान दिया जाता है। यह कंपनी सरकारी निकायों और सार्वजनिक उपयोगिताओं के साथ लंबे समय तक PPA संचालित करती है। कंपनी की वर्तमान परिचालन क्षमता 3,320 मेगावाट है इसके पास 9,175 मेगावाट की परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं। यह कंपनी 2032 तक 60 गीगावाट क्षमता हासिल करने की योजना बना रही है जिस पर कंपनी काम कर रही है।
अडानी ग्रीन एनर्जी
यह एक निजी कंपनी है जो अडानी ग्रुप के अंतर्गत आती है। यह कंपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। कंपनी सौर, पवन और हाइब्रिड ऊर्जा स्रोतों में काम करती है। अडानी ग्रीन की वर्तमान परिचालन क्षमता 10,934 मेगावाट है और कंपनी के पास पाइपलाइन में 30,000 मेगावाट के प्रोजेक्ट हैं। यह कंपनी 2030 तक 50 गीगावाट का लक्ष्य रखती है और 30 गीगावाट एकल-स्थान अक्षय संयंत्र जैसी बड़े पैमाने की परियोजनाओं में निवेश कर रही है।
वित्तीय प्रदर्शन
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का राजस्व 2023 में ₹1,700 करोड़ से बढ़कर 2024 में ₹1,960 करोड़ हो गया है। वहीँ अडानी ग्रीन एनर्जी का पांच साल का राजस्व 29.3% CAGR रहा और 2024 में ₹9,220 करोड़ तक पहुंच गया है।
NTPC का EBITDA दो साल में 11 गुना बढ़ा जबकि अडानी का EBITDA पांच साल के CAGR 35.9% पर बढ़ा। NTPC ग्रीन एनर्जी का शुद्ध लाभ भी बढ़ा जो 2024 में ₹3,450 करोड़ तक पहुंच गया जबकि अडानी ने 2020 में ₹61 करोड़ के घाटे को 2024 में ₹1,260 के लाभ में बदल दिया है।
NTPC ग्रीन एनर्जी का ऋण-से-इक्विटी अनुपात 2x (2024) रहा और आईपीओ आय का उपयोग करके ऋण को कम करने की योजना बना रही है। वहीँ अडानी ग्रीन एनर्जी का ऋण-से-इक्विटी अनुपात 6.9x (2024) तक पहुंचा, कंपनी पूंजीगत व्यय के लिए ऋण पर काफी ज्यादा निर्भर है।
कौन सा स्टॉक बेहतर है?
अडानी ग्रीन एनर्जी अपने मजबूत वित्तीय दक्षता और परिचालन पैमाने के साथ विकास को भुनाने के लिए अच्छी स्थिति प्रस्तुत करती है। कंपनी कॉर्पोरेट प्रशासन संबंधी चिंताएँ और उच्च ऋण स्तर जोखिम भी पैदा करते हैं।
वहीँ NTPC और सरकार द्वारा समर्थित है और तेजी से परिचालन बढ़ा रही है साथ ही उभरती हुई हरित प्रौद्योगिकियों में काफी विविधता ला रही है। अडानी ग्रीन की तुलना में इस कंपनी की कम वित्तीय दक्षता है लेकिन यह सार्वजनिक क्षेत्र की स्थिति के कारण जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प प्रदान करती है।
निष्कर्ष
दोनों कंपनियां इस क्षेत्र में अपनी विकास क्षमता को दर्शा कर अच्छी और उज्ज्वल संभावनाएँ प्रस्तुत करती हैं। अडानी ग्रीन एनर्जी उच्च रिटर्न प्रदान करती है लेकिन जोखिम के साथ आती है जबकि NTPC ग्रीन एनर्जी एक स्थिर विकास के साथ स्थिरता प्रदान करती है। निवेशकों को निवेश करने से पहले अपनी जोखिम क्षमता और लंबे समय के लक्ष्यों पर विचार करना चाहिए। किसी भी प्रकार के निवेश करने से पहले किसी अच्छे वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
1 thought on “NTPC ग्रीन एनर्जी और अडानी ग्रीन में से कौन सी कंपनी देगी सबसे ज्यादा लाभ? पूरा विवरण जानें”