अडानी ग्रुप निवेश करेगा और 10GW के रिन्यूएबल प्रोजेक्ट से
गौतम अडानी का अदानी ग्रुप अगले कुछ सालों में विदेशी स्थानों पर 10 गीगावाट क्षमता की जलविद्युत परियोजनाएँ बनाने की योजना बना रहा है इस मामले से परिचित चार सूत्रों के अनुसार। इस कदम से 2050 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त किया जाने का ग्रुप के प्रयासों में से एक है।
2022 में गौतम अडानी ने घोषणा की कि उनका समूह हरित ऊर्जा क्षमताओं को विकसित करने के लिए अगले 10 सालों में 100 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा जिसमें पश्चिमी भारत में दुनिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा पार्क स्थापित करना शामिल है। इनमे जलविद्युत परियोजनाएँ इस हरित ऊर्जा रणनीति का एक हिस्सा हैं।
किन देशों में अडानी ग्रुप करेगा निवेश?
अडानी ग्रुप नेपाल, भूटान, केन्या, तंजानिया, फिलीपींस और वियतनाम में जलविद्युत परियोजनाओं के लिए अवसर तलाश रहा है जो इन क्षेत्रों में अनुकूल स्थलाकृति और जलविद्युत की मांग से आकर्षित है। ग्रुप मुख्य रूप से भारत में पंप हाइड्रो स्टोरेज परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन इलाकों में विस्तार करने की भी योजना बना रहा है जहां जलविद्युत की मांग ज़रूरी है।
अडानी ग्रुप अपनी अक्षय ऊर्जा शाखा अडानी ग्रीन एनर्जी के माध्यम से वर्तमान में 11.2 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट का संचालन करता है और इसका लक्ष्य 2030 तक इसे 50 गीगावाट तक बढ़ाना है। ये नए जलविद्युत उद्यम इस लक्ष्य को प्राप्त करने में काफी एहम योगदान देंगे।
वर्त्तमान और भविष्य की परियोजनाएँ
जून 2024 में अडानी ने भूटान की सरकार के साथ चूखा प्रांत, भूटान में 570 मेगावाट का पनबिजली प्लांट बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।ग्रुप भूटान के चमकारचू में 700 मेगावाट की परियोजना पर भी विचार कर रहा है जहाँ निर्माण जल्द ही शुरू हो सकता है क्योंकि पहले से ही मंजूरी मिल चुकी है। यह ग्रुप नेपाल में डेवलपर्स के साथ बातचीत कर रहा है जिसमें नेपाल और भूटान से भारत को बिजली निर्यात करने की क्षमता है।
अन्य देशों में बिज़नेस
अडानी पहले से ही केन्या, तंजानिया, फिलीपींस और वियतनाम में सक्रिय है जहाँ यह व्यवहार्यता अध्ययन कर रहा है और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर रहा है। इन जगहों में समूह की भागीदारी केवल ऊर्जा तक ही सीमित नहीं है बल्कि बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक्स तक फैली हुई है। केन्या में अदानी ने देश के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को पट्टे पर देने और संचालित करने के लिए $1.85 बिलियन का निवेश करने की घोषणा की है।
वियतनाम में अडानी ने बंदरगाहों और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में $3 बिलियन का निवेश करने की योजना बनाई है। साथ ही तंजानिया में अडानी ग्रुप ने कंटेनर टर्मिनल संचालित करने के लिए देश के बंदरगाह प्राधिकरण के साथ 30-वर्षीय रियायत समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।