अडानी ग्रुप की कंपनी, अम्बुजा सीमेंट ने गुजरात में शुरू किया नया 250 MW का सोलर प्रोजेक्ट
अडानी ग्रुप की हाल में अधिग्रहण की गई कंपनी, अम्बुजा सीमेंट ने गुजरात के खवाड़ा में अपनी 200 मेगावाट के सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक चालू कर दिया है और बिजली ट्रांसमिशन शुरू कर दिया है। कंपनी की यह पहल कंपनी की लंबे समय तक के लिए स्थिरता की नीति का एक एहम हिस्सा है। इस पहल के माध्यम से अंबुजा सीमेंट ऊर्जा की लागत में कमी लाना और कार्बन उत्सर्जन को कम किया जाएगा।
हाइलाइट्स
- इस सौर ऊर्जा परियोजना से अंबुजा सीमेंट अपने बिजली के खर्च में 70% तक की कमी लाएगी। इस परियोजना को 12 दिसंबर, 2024 को वेस्टर्न रीजनल लोड डिस्पैच सेंटर (WRLDC) से भी मंजूरी मिल गई है।
- कंपनी मार्च 2025 और जून 2025 के बीच चरणों में 806 मेगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता को जोड़ेगी।
- इसमें मार्च 2025 तक खवाड़ा से 156 मेगावाट पवन ऊर्जा और राजस्थान से 300 मेगावाट सौर ऊर्जा शामिल है जिसमे बची हुई शेष 350 मेगावाट क्षमता को जून 2025 तक चालू किया जाएगा।
परियोजना का पूरा विवरण जानें
इस सौर ऊर्जा परियोजना से अंबुजा सीमेंट अपने बिजली के खर्च में 70% तक की कमी लाएगी। इस परियोजना को 12 दिसंबर, 2024 को वेस्टर्न रीजनल लोड डिस्पैच सेंटर (WRLDC) से भी मंजूरी मिल गई है। कंपनी मार्च 2025 और जून 2025 के बीच चरणों में 806 मेगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता को जोड़ेगी।
इसमें मार्च 2025 तक खवाड़ा से 156 मेगावाट पवन ऊर्जा और राजस्थान से 300 मेगावाट सौर ऊर्जा शामिल है जिसमे बची हुई शेष 350 मेगावाट क्षमता को जून 2025 तक चालू किया जाएगा।
इस पहल के माध्यम से अंबुजा सीमेंट ₹10,000 करोड़ हरित ऊर्जा की परियोजना का हिस्सा है। इससे 1 गीगावाट अक्षय ऊर्जा (सौर और पवन ऊर्जा) और 376 मेगावाट वास्ते हीट रिकवरी सिस्टम के संचालन में ऊर्जा दक्षता और स्थिरता को बढ़ावा दिया जाएगा।
कंपनी के नए नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य
अंबुजा सीमेंट ने वित्त वर्ष 24 में 19.1% से 2030 तक 60% तक रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने राजस्थान और गुजरात में नए रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट के विकास के लिए कुल ₹600 करोड़ का निवेश आवंटित किए गए हैं। 2023 के दौरान कंपनी ने कुल ऊर्जा का 70.3 मिलियन GJ उपभोग किया है जिसमें से 4.8 मिलियन GJ नवीकरणीय स्रोतों से की गई थी।
बढ़ती रिन्यूएबल एनर्जी में देश की प्रमुख कंपनियों का हिस्सा
अंबुजा सीमेंट की यह शानदार प्रगति भारत के सीमेंट उद्योग में ग्रीन एनर्जी के समाधानों की दिशा में बढ़ते रुझान को उजागर करती है। भारत की बड़ी अल्ट्राटेक सीमेंट ने 2024 में अपनी पवन-सौर हाइब्रिड बिजली खरीद को बढ़ाकर 21 मेगावाट कर दिया है।
वहीँ डालमिया सीमेंट ने कर्नाटक में एक परियोजना से कैप्टिव खपत के लिए 6 मेगावाट पवन ऊर्जा हासिल की है। साथ ही मार्च 2025 तक प्रमुख सीमेंट कंपनियों के लिए कुल बिजली के मिश्रण में ग्रीन एनर्जी का हिस्सा 40-42% होगा जो मार्च 2023 में 35% था।
निष्कर्ष
अंबुजा सीमेंट की इस अक्षय ऊर्जा पहल देश के सतत विकास को उजागर करता है और भारत के कम कार्बन इकॉनमी में परिवर्तन के साथ अलाइन करती है। कंपनी गुजरात में में नई 200 मेगावाट की सोलर परियोजना स्थापित करके वित्त वर्ष 26 तक 1 गीगावाट अक्षय क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में काफी तेज़ी से आगे बढ़ रही है। इस कंपनी अपनी परिचालन लागत और पर्यावरणीय का प्रभाव को कम करने के साथ कंपनी अपने कई प्रयासों के माध्यम से रिन्यूएबल एनर्जी को समर्थन करती है।