Avada एनर्जी करेगा 5000 करोड़ की इन्वेस्टमेंट महाराष्ट्र के एग्रीकल्चर सेक्टर में अपने नए सोलर प्रोजेक्ट के ज़रिए
सस्टेनेबल रूरल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने और एनर्जी सिक्योरिटी को मजबूत करने के एम से एक उनपरेसिडेंटेड इनिशिएटिव में, Avada ग्रुप के रिन्यूएबल एनर्जी डिवीज़न, Avada एनर्जी की सब्सिडियरी MSEB सोलर एग्रो पावर लिमिटेड (MSAPL) द्वारा ‘लेटर ऑफ अवॉर्ड’ (LOA) से सम्मानित किया गया है। महाराष्ट्र सरकार के यह प्रतिष्ठित मान्यता अवाडा एनर्जी को 2025 तक पूरे महाराष्ट्र में कुल 1,138 मेगावाट की डीसेंट्रलाइज़्ड एग्रीकल्चरल सोलर PV प्रोजेक्ट्स के डेवलपमेंट और ऑपरेशन को लीड करने को मैंडेट देती है।
यह प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री सोलर कृषि वाहिनी योजना 2.0 (MSKVY 2.0) या ‘मिशन 2025’ का हिस्सा है, जो 2025 तक 30% अग्रि-फीडरों को सोलराइज करने के टारगेट के साथ महाराष्ट्र के अग्रि एनर्जी लैंडस्केप में रेवोलुशन लाने का एक अम्बिशयस एफर्ट है। एक फंक्शन के दौरान ऑफिसियल समर्थन जिसमें महाराष्ट्र के माननीय उप मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़नवीस ने भाग लिया, जिसमें फार्मिंग कम्युनिटी की लाइवलीहुड में सुधार और ग्लोबल लेवल पर स्टेट की इंडस्ट्रियल कम्पेटिटिवनेस को बढ़ाने के लिए सरकार की कमिटमेंट पर हाईलाइट किया गया।
क्या है इस सोलर इनिशिएटिव का टारगेट ?
लगभग 29 मिलियन के बड़े कंस्यूमर आधार वाले महाराष्ट्र, जिसमें एग्रीकल्चर में लगे 4.5 मिलियन लोग शामिल हैं, जो स्टेट की 22% बिजली का उपभोग करते हैं। इसमें उनको सिंचाई के लिए दिन के समय रिलाएबल पावर सप्लाई सुनिश्चित करने में लंबे समय से चैलेंज का सामना करना पड़ा है। एग्रीकल्चर सोलर PV प्रोजेक्ट्स का डीसेंट्रलाइज़्ड, जिसमें 10 जिलों में 192 लोकेशन पर 50 अरब रुपए की इन्वेस्टमेंट शामिल है, इस मुद्दे के स्ट्रेटेजिक सलूशन के रूप में उभरता है, जो दिन के समय अनइंटरप्टेड पावर का वादा करता है और लगभग 2,500 डायरेक्ट और इंडिरेक्ट रोजगार पैदा करता है जिससे लोकल और रीजनल इकॉनमी डेवलपमेंट को बढ़ावा मिलता है।
MSKVY 2.0 योजना की इम्पोर्टेंस को हाईलाइट करते हुए, श्री देवेन्द्र फड़नवीस ने रूरल प्रोस्पेरिटी और सस्टेनेबल एनर्जी सलूशन को आगे बढ़ाने में इसके इम्पोर्टेन्ट रोले पर कमेंट किया था। Avada ग्रुप के चेयरपर्सन श्री विनीत मित्तल ने भी इरीगेशन के लिए स्टेबल पावर सप्लाई ऑफर करने, रोजगार के अवसर पैदा करने और किसानों के लिए आय के रास्ते में सुधार करने की पहल की पोटेंशियल के बारे में ऑप्टिमिस्म एक्सप्रेस किया।
इस सोलर प्रोजेक्ट के बेनिफिट्स
भारत सरकार की एक नेशनवाइड योजना, PM-KUSUM योजना के अनुरूप, MSKVY 2.0 के अंडर अग्रि-फीडरों के सोलराइज़शन का टारगेट इरीगेशन के लिए दिन की बिजली की जरूरतों को पूरा करना, लोड कर्व को स्ट्रीमलाइन करना, कार्बन एमिशन को कम करना, स्टेट के इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन स्ट्रक्चर को बढ़ाना है। और महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के लिए AT&C लॉस को कम करने में योगदान देगा। प्रोजेक्ट्स से लगभग 4,25,000 घरों को एलेक्ट्रीफाई करने और अणुअली 1.75 मिलियन टन CO2 एमिशन में कमी लाने की भी उम्मीद है, जो इस इनिशिएटिव के एनवायर्नमेंटल और सोशल बेनिफिट्स को डेमोंस्ट्रेट करता है।
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