भारत की सबसे प्रसिद्ध अक्षय ऊर्जा कंपनी में से एक, कॉन्टिनम ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने अपने ₹3,650 करोड़ के IPO के लिए जारी किया आवेदन
मॉर्गन स्टेनली इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स और जस्ट क्लाइमेट द्वारा समर्थित भारत की सबसे प्रसिद्ध अक्षय ऊर्जा कंपनी में से एक, कॉन्टिनम ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने IPO के माध्यम से ₹3,650 करोड़ जुटाने के लिए सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (SEBI) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल कर दिया है। यह कंपनी अपने मज़बूत वित्तीय प्रदर्शन के कारण कई निवेशकों का विशवास हासिल कर रही है साथ ही भारत के अक्षय ऊर्जा के प्रति एहम योगदान देने में समर्पित है।
हाइलाइट्स
- वर्त्तमान समय में कंपनी के पास 394.30 MWp की परिचालन क्षमता है जो राजकोट, गुजरात में स्थित इसकी सबसे बड़ी परियोजना से आती है।
- इस कंपनी के IPO के लिए ₹1,250 करोड़ के फ्रेश इश्यू किए जाएंगे। बिक्री के लिए प्रस्ताव (OFS) के लिए प्रमोटर यूनिट कॉन्टिनम ग्रीन एनर्जी होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा ₹2,400 करोड़ होगी।
- इस IPO में कर्मचारियों के लिए शेयरों का आरक्षण भी शामिल है जिसमें इस सेगमेंट के तहत सदस्यता लेने वाले कर्मचारियों के लिए इश्यू छूट पर उपलब्ध होगा।
कंपनी के आने वाले IPO का विवरण
इस कंपनी के IPO के लिए ₹1,250 करोड़ के फ्रेश इश्यू किए जाएंगे। बिक्री के लिए प्रस्ताव (OFS) के लिए प्रमोटर यूनिट कॉन्टिनम ग्रीन एनर्जी होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा ₹2,400 करोड़ होगी। 9 दिसंबर, 2024 तक प्रमोटर यूनिट के पास कंपनी में 13.79 लाख शेयर (74% हिस्सेदारी) है।
नए इश्यू से प्राप्त फंड का उपयोग कई कार्यों के लिए होगा। इसमें कंपनी की सहायक कंपनियों द्वारा लिए गए उधारों का भुगतान किया जाएगा, ब्याज भुगतान को कवर किया जाएगा और बाकी का पैसा सामान्य कॉर्पोरेट एक्सपेंस को पूरा करने के लिए उपयोग में लिया जाएगा।
इस IPO में कर्मचारियों के लिए शेयरों का आरक्षण भी शामिल है जिसमें इस सेगमेंट के तहत सदस्यता लेने वाले कर्मचारियों के लिए इश्यू छूट पर उपलब्ध होगा। कंपनी के IPO में कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटी, जेएम फाइनेंशियल और एंबिट कैपिटल जैसी प्रमुख फर्म प्रबंधक होंगी। यह शेयर देश के बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर सूचीबद्ध किए जाएंगे।
कंपनी के बारे में जानें
कॉन्टिनम ग्रीन एनर्जी को 2009 में अरविंद बंसल और विकास सराफ द्वारा स्थापित किया गया था। यह कंपनी भारत की अग्रणी स्वतंत्र बिजली उत्पादक में से एक है जो अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं पर अपना ध्यान केंद्रित करती है। कंपनी वाणिज्यिक और औद्योगिक ग्राहकों के साथ राज्य और केंद्रीय वितरण यूटिलिटीज और बिजली एक्सचेंजों को हरित बिजली की आपूर्ति भी करती है।
वर्त्तमान समय में कंपनी के पास 394.30 MWp की परिचालन क्षमता है जो राजकोट, गुजरात में स्थित इसकी सबसे बड़ी परियोजना से आती है। कंपनी की कुल परिचालन और निर्माणाधीन क्षमता 3.52 GWp है जिसमे में कंपनी के पास 2010 में लिए 16.5 मेगावाट के पवन ऊर्जा की परियोजना भी शामिल है।
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 24 के वित्तीय की बात करें तो कंपनी ने अपने राजस्व में ₹1,295 करोड़ दर्ज किए हैं जो 33% की YoY वृद्धि को दर्शाता है। कंपनी का शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 23 में ₹367 करोड़ से बढ़कर ₹598 करोड़ हो गया है। वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में कंपनी ने ₹420.3 करोड़ का राजस्व दर्ज किया है लेकिन साथ ही ₹111.7 करोड़ का शुद्ध घाटा भी दर्ज किया है।
अस्वीकरण – यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। इससे किसी भी प्रकार की निवेश की सलाह नहीं दी जाती है।