इस प्रक्रिया से अब अपने घर पर सोलर पैनल लगा कर कमाएं अच्छी रकम
सरकार लगातार सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं के माध्यम से नागरिक को सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहन दे रही है। इस साल भारत सरकार ने हरित ऊर्जा को बढ़ाने के लिए एक नई योजना का शुभारम्भ किया है। पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने अपने बड़े उपभोक्ताओं के लिए ग्रुप नेट मीटरिंग की योजना शुरू की है।
इस योजना के तहत पास अलग-अलग स्थानों पर कई बिजली कनेक्शन हैं और बिजली का उपयोग ज्यादा है जिससे आप बिजली को डिस्कॉम को बेच कर अच्छी रकम कमा सकते हैं। इस लेख में हम बात करेंगे ग्रुप नेट मीटरिंग की योजना के बारे में और आपको जानकारी प्रदान करेंगे कैसे आप इस योजना की मदद से अच्छे पैसे कमा सकते हैं।
ग्रुप नेट मीटरिंग के लिए आवश्यकताएँ
ग्रुप नेट मीटरिंग योजना के माध्यम से आप एक ही सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली को विभिन्न कनेक्शनों में उपयोग कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए सोलर प्लांट और बिजली कनेक्शन वितरण कंपनी के अधिकार क्षेत्र में आने चाहिए। इसका मतलब है कि उपभोक्ता कंपनी के क्षेत्र के तहत 21 जिलों में से किसी में भी एक बड़ा सोलर प्लांट स्थपित कर सकते हैं और उसी क्षेत्र के अंदर कई इकाइयों में उत्पन्न सोलर एनर्जी का लाभ उठा सकते हैं।
पहले उपभोक्ताओं द्वारा उत्पन्न सोलर एनर्जी को केवल स्थापना स्थल पर ही समायोजित किया जा सकता था। लेकिन अब ग्रुप नेट मीटरिंग के साथ अगर आपका सोलर पैनल आपके उपयोग से ज्यादा बिजली का उत्पादन करता है तो आप अपनी अन्य इकाइयों के विरुद्ध अधिशेष बिजली को समायोजित कर सकते हैं। उपभोक्ता कंपनी के 21-जिला क्षेत्र के भीतर विभिन्न घरेलू, औद्योगिक और वाणिज्यिक इकाइयों में सोलर पैनलों से उत्पन्न बिजली को संतुलित कर सकते हैं।
उपभोक्ता सोलर प्लांट द्वारा उत्पादित किसी भी अतिरिक्त ऊर्जा को ग्रिड में वापस निर्यात कर सकते हैं जिसकी गणना नेट मीटर के माध्यम से की जाती है। अधिशेष निर्यात इकाइयों को उपभोक्ता के महीने के बिजली के बिल से घटा दी जाती है जिसके कारण बिल की राशि कम हो जाती है।
ग्रुप नेट मीटरिंग के लाभ जानें
अगर आपकी संपत्ति पर स्थापित किए गए सोलर पैनल के माध्यम से खपत की गई बिजली से ज्यादा बिजली उत्पन्न होती है तो आप ग्रुप नेट मीटरिंग का उपयोग करके इस अतिरिक्त बिजली को अन्य स्थानों जैसे कि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों या औद्योगिक इकाइयों के विरुद्ध ऑफसेट कर सकते हैं।
यह उपभोक्ताओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि बिजली कंपनी कम दर पर सोलर एनर्जी वापस खरीदती है जबकि उपभोक्ताओं से ग्रिड बिजली के लिए उच्च दर वसूलती है। अब आप ग्रुप नेट मीटरिंग के साथ पूर्वी क्षेत्र बिजली कंपनी के अधिकार क्षेत्र में और किसी भी श्रेणी में कहीं भी उत्पादित सोलर एनर्जी को समायोजित कर सकते हैं।
रूफटॉप सोलर प्लांट विकल्प के ज़रिए लगाएं नेट मीटर
रूफटॉप सोलर प्लांट योजना के तहत उस क्षेत्र या स्थान पर ऊर्जा समायोजन वहां होगा जहाँ सोलर प्लांट स्थापित किया गया है। इसके अलावा उपभोक्ता सोलर पैनल द्वारा उत्पन्न बिजली को सीधे ग्रिड को बेच सकते हैं। ग्रुप नेट मीटरिंग सुविधा से बड़े सोलर प्लांट और विभिन्न स्थानों पर कई प्रतिष्ठानों वाले उपभोक्ताओं को काफी लाभ होगा जिससे वे अपने सोलर निवेश को सही ढंग से बढ़ा सकेंगे।