2300% के रिटर्न के साथ इस ग्रीन एनर्जी कंपनी ने किया एक और अधिग्रहण
देश की जानी मानी कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड ने हाल ही में हरि शक्ति एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को खरीद लिया है। कंपनी इसके माध्यम से अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत करने की तैयारी कर रही है। इस अधिग्रहण में जेनसोल ने हरि शक्ति एनर्जी के सभी इक्विटी शेयरों को ₹1,00,000 में सब्सक्राइब करके किया है।
इससे हरि शक्ति एनर्जी अब जेनसोल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में काम करेगी और पवन, सौर और बैटरी भंडारण सहित अक्षय ऊर्जा के उत्पादन, विकास और वितरण पर काम करेगी। यह अधिग्रहण एक रणनीतिक निर्णय है जिससे स्थायी ऊर्जा समाधानों के लिए जेनसोल अपनी उपस्थिति को और भी मजबूत करेगा।
इस अधिग्रहण का कारण जानें
इस अधिग्रहण में कोई संबंधित पार्टी लेनदेन शामिल नहीं है क्योंकि जेनसोल हरि शक्ति एनर्जी का एकमात्र शेयरधारक है। हरि शक्ति एनर्जी अक्षय ऊर्जा का उत्पादन और वितरण में व्यवसाय करती है जिससे जेनसोल अक्षय ऊर्जा बाजार में सीधे प्रवेश कर सकेगी। इससे हरित ऊर्जा समाधानों में योगदान करेगी साथ ही अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने और अक्षय ऊर्जा में भी एहम भूमिका निभाएगी।
इस अधिग्रहण के अलावा जेनसोल इंजीनियरिंग ने पहले मैट्रिक्स गैस एंड रिन्यूएबल्स के साथ भारत की पहली और सबसे बड़ी ग्रीन स्टील उत्पादन सुविधा विकसित करने के लिए साझेदारी की है। यह नई फैसिलिटी पूरी तरह से ग्रीन हाइड्रोजन द्वारा संचालित होती है और राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत तीन पायलट परियोजनाओं में से एक है। इस योजना का कुल प्रोजेक्ट कैपेक्स ₹321 करोड़ है जिसके साथ भारत सरकार 50% कैपेक्स प्रोत्साहन प्रदान कर रही है।
यह सुविधा पारंपरिक जीवाश्म ईंधन विधियों की जगह और CO2 उत्सर्जन को समाप्त करते हुए लौह अयस्क को स्पंज आयरन में बदलने के लिए DRI (डायरेक्ट रिड्यूस्ड आयरन) वर्टिकल शाफ्ट तकनीक का उपयोग करेगी। यह परियोजना हरित ऊर्जा और टिकाऊ औद्योगिक प्रथाओं के प्रति भारत को और प्रगति देगा और कार्बन-रहित ऊर्जा की और आगे बढ़ने में हैं भूमिका निभाएगा।
जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड के बारे में जानें
जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी में से एक है। यह कंपनी सोलर एनर्जी प्लांट के लिए इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (EPC) सेवाओं में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी ने वैश्विक स्तर पर 770 मेगावाट से ज्यादा सोलर क्षमता को सफलतापूर्वक स्थापित किया है जिसमें ग्राउंड-माउंटेड और रूफटॉप इंस्टॉलेशन दोनों शामिल हैं। जेनसोल भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार में भी प्रगति कर रही है पुणे में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर और फोर-व्हीलर के लिए अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा स्थापित कर रही है जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 30,000 वाहन की है।
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन जानें
इसके अलावा जेनसोल ईवी लीजिंग समाधान प्रदान करता है जिसने पहले ही 3,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों को पट्टे पर दिया है और विस्तार की योजना भी बना रही है। जेनसोल के प्रमोटरों ने जून 2024 में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 62.77% कर दी है जो मार्च 2024 में 62.63% थी। जून 2024 तक ₹3,000 करोड़ से ज्यादा के बाजार पूंजीकरण और ₹5,025 करोड़ की ऑर्डर बुक के साथ, कंपनी तेजी से बढ़ रही है।
17 अक्टूबर 2023 को, कंपनी ने 2:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी किए थे और इसके शेयर ने तीन सालों में 2,300% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। पिछले पांच सालों में 52.1% CAGR की मजबूत लाभ वृद्धि, 54x के PE अनुपात और 22% के ROE के साथ, जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड एक स्मॉल-कैप स्टॉक है।
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