अपने घर के लिए सबसे बेस्ट सोलर पैनल कैसे चुनें?
सोलर पैनल एनवायर्नमेंटल-फ्रेंडली तरीके से बिजली पैदा करते हैं बिना प्रदूषण पैदा किए। वे कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में भी मदद करते हैं। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे आपके घर के लिए सबसे बेस्ट सोलर पैनल के बारे में और पूरी जानकारी आपको बताएँगे।
सोलर पैनल केवल घरों के लिए ही नहीं हैं, इनका उपयोग अस्पतालों और बड़े इंडस्ट्रियल सेक्टर में भी किया जाता है। आज बाजार में कई टाइप के सोलर पैनल अवेलेबल हैं जिनका उपयोग कर सकते हैं मुफ्त बिजली से अपनी बिजली की नीड्स को पूरा करने के लिए।
घर के उपयोग के लिए कौन सा सोलर पैनल सबसे अच्छा है?
सोलर पैनल लगाने से पहले आपको अपने घर के लोड या एनर्जी नीड्स की जानकारी होनी चाहिए। सोलर सिस्टम लगाने से पहले आपको सोलर पैनल की सुइटेड कैपेसिटी का सिलेक्शन करने के लिए अपने घर की डेली इलेक्ट्रिसिटी कंसम्पशन के बारे में पता होना चाहिए।
अगर आपका घर हर दिन लगभग 5 यूनिट बिजली का उपयोग करता है तो 1 किलोवाट का सोलर पैनल सूटेबल होगा। सोलर पैनल की कीमत उनके टाइप और ब्रांड के आधार पर अलग-अलग होती है। सोलर पैनल आज के समय में कई टाइप और अवेलेबल हैं। इनमे पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल, मोनो PERC सोलर पैनल, बाइफेसियल सोलर पैनल और हाफ कट सोलर पैनल शामिल हैं।
सोलर पैनलों के टाइप जानें
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले पैनलों में से एक हैं। उनकी कम कॉस्ट उनकी पॉपुलरिटी अन्य टाइप के सोलर पैनल की तुलना में ज्यादा है। ये ट्रेडिशनल सोलर पैनल कम बिजली की डिमांड वाले सेक्टर के लिए सूटेबल होते हैं। आप पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल का उपयोग करके एक कॉस्ट इफेक्टिव सोलर सिस्टम इंस्टॉल कर सकते हैं।
1 किलोवाट पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की कॉस्ट लगभग ₹30,000 है जिसमें आमतौर पर 330-वाट पैनल का उपयोग किया जाता है। ऐसे सिस्टम में आप PWM (पल्स विड्थ मॉड्यूलेशन) इन्वर्टर का उपयोग कर सकते हैं। इन पैनलों की एफिशिएंसी दुसरे पैनलों की तुलना में कम होती है।
मोनो PERC सोलर पैनल
मोनो PERC (पैसिवेटेड एमिटर और रियर सेल) सोलर पैनल पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल की तुलना में ज़्यादा एफ्फिसिएंट होते हैं। वे कम धूप वाले इलाकों और खराब मौसम के दौरान भी बिजली पैदा करने में सक्षम हैं। ये पैनल पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल की तुलना में कम जगह ओक्कुपायी करते हैं।
मोनो PERC पैनल का उपयोग करने वाले सिस्टम के लिए MPPT (मैक्सिमम पावर पॉइंट ट्रैकिंग) इन्वर्टर का उपयोग किया जाता है। 1kW मोनो PERC सोलर पैनल की कॉस्ट लगभग ₹40,000 से शुरू होती है। और वे 390-वाट वेरिएंट में आते हैं, आवश्यक पैनलों की नंबर आपके सोलर सिस्टम की टोटल कैपेसिटी पर निर्भर करेगी।
बाइफ़ेशियल सोलर पैनल
बाइफ़ेशियल सोलर पैनल मॉडर्न सोलर टेक्नोलॉजी के पैनल होते हैं और सबसे ज्यादा एफ्फिसिएंट होते हैं। वे न केवल डायरेक्ट सनलाइट से या अन्य सतहों से रेफ्लेक्टेड सनलाइट (अल्बेडो लाइट) से भी बिजली पैदा करते हैं। अपनी यूनिक अबिलिटी के कारण बाइफ़ेशियल पैनल ज़्यादा महंगे होते हैं लेकिन उन्हें कम जगह की ज़रूरत होती है। यह पैनलों को MPPT इनवर्टर के साथ कनेक्ट किया जाता है जिससे यह सबसे ज्यादा एफिशिएंसी ऑफर करते हैं। 1kW बाइफेसियल सोलर पैनल की कीमत लगभग ₹50,000 है।
हाफ कट सोलर पैनल
हाफ-कट सोलर पैनल सोलर पैनल टेक्नोलॉजी में लेटेस्ट टेक हैं जो मोनोक्रिस्टलाइन और बाइफेसियल दोनों वर्शन में अवेलेबल हैं। वे शेडेड इलाकों में इंस्टालेशन के लिए सबसे बढ़िया होते हैं जैसे कि पेड़ों से घिरे लोकेशन, जहाँ कन्वेंशनल पैनल बिजली जनरेट करने के लिए स्ट्रगल करते हैं। अपनी हाई कॉस्ट के बावजूद हाफ-कट पैनल कम आइडियल कंडीशन में भी बिजली का प्रोडक्शन कर सकते हैं। 1kW हाफ-कट सोलर पैनल की कॉस्ट लगभग ₹60,000 तक हो सकती है।
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