1 किलोवाट ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम
आज के समय में इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन के लिए सोलर एनर्जी का उपयोग तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। यह सिस्टम एक अच्छा तरीका है सोलर एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में कन्वर्ट करने का बिना पर्यावरण को नुक्सान पहुंचाए बिना। सोलर एनर्जी एक क्लीन और रिन्यूएबल एनर्जी का सोर्स है जो न सिर्फ पॉलुशन में और आपके कार्बन फुटप्रिंट को काम करने में काफी इम्पोर्टेन्ट कंट्रीब्यूशन करता है। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कैसे आप 1 किलोवाट का ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम इनस्टॉल करके कैसे मुफ्त बिजली का लाभ उठा सकते हैं तथा उसपर सब्सिडी का भी बेनिफिट उठा सकते हैं।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों सोलर एनर्जी पर ज़ोर देते हुए नागरिकों को प्रोत्साहन देते हुए नई योजना लेकर आई है। इसके तहत आपको 300 यूनिट तक फ्री बिजली मिल सकती है और आपके नए सोलर सिस्टम इंस्टालेशन पर सब्सिडी का भी बेनिफिट मिलेगा। आप कोई भी सोलर पैनल लावा सकते हैं, ऑन-ग्रिड, ऑफ-ग्रिड और हाइब्रिड। इससे आपकी ग्रिड इलेक्ट्रिसिटी पर डेपेंडेंस कम होगी और आपको क्लीन एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सोर्स का भी फायदा भी मिलेगा।
कितनी मिलेगी सब्सिडी?
1 किलोवाट ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम में सरकार पीएम सोलर होम योजना के माध्यम से सब्सिडी ऑफर कर रही है जिसमे बेनिफिशरी को अप्लाई करने पर 30,000 रुपये तक की सब्सिडी मिलती है। इस योजना का लक्ष्य मुफ्त बिजली प्रदान करके लाखों परिवारों को लाभ पहुंचाना है। इसके अलावा सरकार की इस नई योजना के बनिफिशरी को 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी जिससे ग्रिड इलेक्ट्रिसिटी पर उनकी निर्भरता काम होगी और और एक क्लीन एनर्जी सलूशन प्रोवाइड किया जायेगा।
सोलर पैनल की कीमत
एक 1 किलोवाट ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए सबसे इम्पोर्टेन्ट इक्विपमेंट सोलर पैनल होता है और आपके सिस्टम की ओवरआल कॉस्ट आपके चुने गए सोलर पैनल पर निर्भर करती है। सोलर पैनल ज्यादातर तीन टाइप में अवेलेबल होते हैं सबसे अफोर्डेबल से लेकर सबसे मेहेंगे तक।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनलों की कीमत लगभग 25,000 रुपये है। यह सोलर आमतौर पर AC सिस्टम में उपयोग किए जाते हैं और इन पैनलों की एफिशिएंसी कम होती है। पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल कम धूप की स्थिति में एफिशिएंसी से बिजली का प्रोडक्शन नहीं करते हैं पर यह अन्य पैनलों की तुलना में अफोर्डेबल होते हैं और सबसे ज्यादा यूज़ किए जाने वाले पैनल होते हैं।
- 1 किलोवाट पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल – ₹25,000
- 1kVA सोलर इन्वर्टर – ₹10,000
- अड्डित्तिवाल कॉस्ट खर्च – ₹10,000
- टोटल कॉस्ट – ₹45,000
मोनो PERC सोलर पैनल अपनी हाई एफिशिएंसी के लिए जाने जाते हैं, 1 किलोवाट कैपेसिटी के लिए इनकी कीमत लगभग 35,000 रुपये होती है। ये पैनल आम तौर पर काले रंग के होते हैं और कम धूप या एडवर्स मौसम की स्थिति में भी अच्छी परफॉरमेंस ऑफर करते हैं। वे पॉलीक्रिस्टलाइन पैनलों की तुलना में ज्यादा महंगे होते हैं।
- 1 किलोवाट मोनो PERC सोलर पैनल – ₹35,000
- 1kVA सोलर इन्वर्टर – ₹15,000
- एडिशनल कॉस्ट – ₹10,000
- टोटल कॉस्ट – ₹60,000
बाइफेशियल सोलर पैनल सबसे एडवांस्ड टेक्नोलॉजी को यूज़ करते हैं और इनकी कॉस्ट बाकी सोलर पैनल की तुलना में काफी ज्यादा होती है। बाइफेसियल सोलर पैनल की कीमत 45,000 रुपये होती है। यह पैनल डायरेक्ट और रेफ्लेक्टेड लाइट दोनों सिचुएशन में इलेक्ट्रिसिटी जनरेट कर सकते हैं और यह काम जगह पर भी आसानी से वर्क कर सकते हैं और हाई परफॉरमेंस ऑफर करते हैं हाई एफिशिएंसी के साथ।
- 1 किलोवाट बाइफेशियल सोलर पैनल – ₹45,000
- 1kVA सोलर इन्वर्टर – ₹15,000
- एडिशनल कॉस्ट – ₹10,000
- टोटल कॉस्ट – ₹70,000
सोलर इन्वर्टर की कीमत
1 किलोवाट ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम में आपको सोलर इन्वर्टर की भी ज़रुरत पड़ेगी। सोलर इन्वर्टर सोलर पैनल से जनरेटेड DC करंट को AC में कन्वर्ट करते हैं जिससे आपके घर के एप्लायंस वर्क कर सकते हैं। इसमें बैटरी का यूज़ नहीं होता है क्यूंकि ये ग्रिड से कनेक्टेड होते हैं और इनमे एक्स्ट्रा इलेक्ट्रिसिटी डायरेक्ट ग्रिड में वापस जाती है नेट मॉनिटरिंग से जिससे एडिशनल इनकम जनरेट होती है। भारत की कई सोलर मैन्युफैक्चरर सोलर इन्वर्टर बनाती हैं जिनमे से आप चुन सकते हैं।
1 किलोवाट सौर प्रणाली के लिए 1KVA तक लोड ऑपरेट करने के लिए कम से कम 1kVA कैपेसिटी वाले सोलर इन्वर्टर की नीड होती है। कंपनियां PWM (पल्स विड्थ मॉड्यूलेशन) और MPPT (मैक्सिमम पावर प्वाइंट ट्रैकिंग) दोनों टेक्नोलॉजी का उपयोग करके सोलर इनवर्टर को मनुफैक्टर करती हैं। MPPT टेक्नोलॉजी-बेस्ड सोलर इनवर्टर PWM इनवर्टर की तुलना में ज्यादा एफ्फिसिएक्ट होते हैं। क्योंकि वे 30% तक ज्यादा बिजली का प्रोडक्शन कर सकते हैं। 1kVA सोलर इन्वर्टर की कीमत आम तौर पर 10,000 रुपये से लेकर से 15,000 रुपये होती है।
1kW ऑन-ग्रिड सोलर पैनल की कीमत
बैटरी के बिना 1 किलोवाट सोलर सिस्टम के लिए टोटल कॉस्ट में सिस्टम सेफ्टी और कनेक्शन के लिए यूज़ किए जाने वाले कई कॉम्पोनेन्ट की कीमत शामिल है। इन कॉम्पोनेन्ट में नेट मीटर, माउंटिंग इक्विपमेंट, वायरिंग, अर्थिंग और लाइटनिंग अरेस्टर शामिल हैं। इन एडिशनल कॉम्पोनेन्ट की कॉस्ट इंस्टालेशन की स्पेसिफिक नीड्स के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।
यह भी देखिए: अब सोलर सिस्टम लगेगा इतनी सस्ती कीमत पर, जानिए सब्सिडी और डिस्काउंट ऑफर
give a sonar panal
give a solar panel
Kese Kiya aapne