IIT खड़गपुर में लगेंगे नए 4.125 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्ट, SECI ने जारी किए RFS रेस्को मॉडल के तहत

SECI ने जारी किए RFS रेस्को मॉडल के तहत IIT खड़गपुर में लगेंगे नए 4.125 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए

भारतीय सौर ऊर्जा निगम (SECI) ने RESCO मॉडल के तहत IIT खड़गपुर में 4.125 मेगावाट ग्रिड से जुड़ी सोलर पीवी परियोजना स्थापित करने के लिए सोलर एनर्जी डेवलपर्स के लिए चयन अनुरोध (RFS) जारी किया है। इस पहल के माध्यम से भारत के COP26 में घोषित “पंचामृत” लक्ष्यों को पूरा करने की ओर कदम बढ़ाया गया है जिसका लक्ष्य 2030 तक 50% नवीकरणीय ऊर्जा उपयोग किया जाना है।

मुख्य हाइलाइट्स

  • इस परियोजना की कुल क्षमता 4.125 मेगावाट है जिसमे 2.9 मेगावाट रूफटॉप, 1 मेगावाट ग्राउंड माउंट, और 225 किलोवाट एलिवेटेड स्ट्रक्चर की परियोजनाएं शामिल हैं।
  • इस परियोजना के लिए बोली जमा करने की अंतिम तारीख 3 जनवरी 2024 निर्धारित की गई है और बोली खोलने की तारीख 8 जनवरी 2025 निर्धारित की गई है।
  • इस परियोजना के लिए दो-चरणीय मूल्यांकन किया जाएगा जिसमे तकनीकी-वाणिज्यिक मूल्यांकन और वित्तीय बोली शामिल हैं।

परियोजना का विवरण जानें

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SECI ने जारी किए RFS रेस्को मॉडल के तहत IIT खड़गपुर में लगेंगे नए 4.125 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए
Source: Manufacturing Today India

इस परियोजना की कुल क्षमता 4.125 मेगावाट है जिसमे 2.9 मेगावाट रूफटॉप, 1 मेगावाट ग्राउंड माउंट, और 225 किलोवाट एलिवेटेड स्ट्रक्चर की परियोजनाएं शामिल हैं। यह परियोजना बिल्ड-ओन-ऑपरेट (BOO) मॉडल पर आधारित है।
इसमें प्रोजेक्ट के डिजाइन, इंस्टॉलेशन, कमीशनिंग, और 25 साल का संचालन और रखरखाव जैसी अनेक सेवाएं शामिल हैं।

इस परियोजना के लिए बोली जमा करने की अंतिम तारीख 3 जनवरी 2024 निर्धारित की गई है और बोली खोलने की तारीख 8 जनवरी 2025 निर्धारित की गई है। तथा इसके लिए कमीशनिंग की अंतिम तिथि बिजली खरीद समझौते (PPA) पर हस्ताक्षर करने के 9 महीने के भीतर की जाएगी।

बोली की प्रक्रिया

इस परियोजना के लिए दो-चरणीय मूल्यांकन किया जाएगा जिसमे तकनीकी-वाणिज्यिक मूल्यांकन और वित्तीय बोली शामिल हैं। इसके लिए प्रस्तुति आवश्यकताओं में बोली प्रसंस्करण शुल्क ₹6,000 तय किया गया है और बयाना राशि जमा (EMD) ₹37.125 लाख (बैंक गारंटी, भुगतान आदेश, या बीमा ज़मानत बांड के माध्यम से) निर्धारित की गई है।

साथ ही प्रदर्शन बैंक गारंटी (PBG) PPA पर हस्ताक्षर करने से पहले प्रति मेगावाट ₹33.75 लाख है और सेवा शुल्क प्रति मेगावाट ₹13.5 लाख तय किया गया है जिसे दो किस्तों में दिया जाना है। इस परियोजना के लिए सीलिंग टैरिफ ₹4.9/kWh है और न्यूनतम क्षमता उपयोग कारक (CUF) 15% है। डेवलपर्स टैरिफ प्रतिस्पर्धात्मकता को प्रभावित किए बिना टैक्स के प्रोत्साहन और फिस्कल लाभ का लाभ उठा सकते हैं।

परियोजना की अन्य प्रमुख विशेषताएँ

डेवलपर्स को समय सीमा चूकने के लिए दंड का सामना करना पड़ेगा। लेकिन इस परियोजना के लिए आपसी समझौते के माध्यम से जल्दी कमीशनिंग की अनुमति मिलती है। डेवलपर्स नेट मीटरिंग सहित राज्य और केंद्रीय बिजली नियमों के अनुपालन करने के लिए जिम्मेदार होंगे। सोलर पीवी पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है लेकिन अन्य उन्नत नवीकरणीय तकनीक का प्रस्ताव भी किया जा सकता है।

यह परियोजना भारत के नवीकरणीय ऊर्जा के बढ़ते चलन और सोलर एनर्जी को बड़े पैमाने पर अपनाने में SECI की भूमिका को उजागर करती है। यह भारत के जलवायु लक्ष्यों का समर्थन करते हुए देश में स्थिरता और स्वच्छ ऊर्जा के लिए IIT खड़गपुर के प्रयासों को साथ जोड़ कर देश को उज्जवल भविष्य की राह पर जाने के लिए ज़ोर देती है।

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