क्या सोलर सिस्टम 25 साल के जीवनकाल की पूरी सच्चाई
बिजली की बढ़ती मांग और बढ़ती ऊर्जा लागत के साथ सोलर पैनल एक लागत प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प हो सकता है। सोलर पैनल प्रदूषण पैदा किए बिना बिजली उत्पन्न करने के लिए अक्षय सोलर एनर्जी का उपयोग करते हैं जो उन्हें एक उज्जवल भविष्य के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है। इस लेख में आप बात करेंगे सोलर पैनल के प्रकारों के बारे और जानेगे क्या सच में यह पैनल 25 से 30 सालों तक चलते हैं या नहीं, साथ कौन सा सोलर पैनल आपके लिए आपके लिए सबसे बढ़िया हो सकता है। आइए जानें
सोलर पैनल के प्रकार और मुख्य लाभ
सोलर पैनल पर्यावरण को नुकसान पहुँचाए बिना बिजली पैदा कर सकते हैं। बिजली के बिलों को कम करें या खत्म करें और शुरुआती निवेश के बाद सालों तक मुफ़्त ऊर्जा का आनंद लें सकते हैं। अधिकांश सोलर पैनल 25-30 साल तक की प्रदर्शन वारंटी के साथ आते हैं। सबसे पहले पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल आते हैं जो 16-18% दक्षता प्रदान करते हैं और 25 वर्ष तक जीवनकाल के साथ आते हैं। यह पैनल अन्य प्रकारों की तुलना में कम लागत में लगाए जा सकते हैं और उचित दक्षता के साथ बजट के अनुकूल इंस्टॉलेशन प्रदान करते हैं।
फिर आते हैं मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल जो 20% तक की दक्षता प्रदान करते हैं और 25-30 वर्ष का जीवनकाल प्रदान करते हैं। यह पैनल पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल से ज्यादा मेहेंगे होते हैं। मोनोक्रिस्टलाइन पैनल उच्च दक्षता वाले सिस्टम के लिए बढ़िया होते हैं जहाँ स्थान सीमित है। इसके बाद आते हैं बाइफेसियल सोलर पैनल जो 18-21% की दक्षता प्रदान करते हैं और 25-30 साल के जीवनकाल के साथ आते हैं। यह पैनल सबसे मेहेंगे होते हैं बाकी पैनलों की तुलना में अपनी उन्नत तकनीक के कारण। अधिकतम आउटपुट के लिए दो तरफा ऊर्जा उत्पादन प्रदान करते हैं।
सोलर पैनल खरीदते समय विचार करने योग्य कारक जानें
अधिकतम ऊर्जा उत्पादन के लिए बेहतर दक्षता रेटिंग वाले उच्च गुणवत्ता वाले सोलर पैनल चुनें। विश्वसनीय और प्रतिष्ठित निर्माताओं से पैनल चुनें। सुनिश्चित करें कि ब्रांड कम से कम 25 साल की प्रदर्शन वारंटी प्रदान करता है। खरीदने से पहले विस्तृत जानकारी इकट्ठा करने के लिए सौर ऊर्जा विशेषज्ञों या विश्वसनीय ऑनलाइन संसाधनों से परामर्श करें। उचित स्थापना इष्टतम प्रदर्शन और दीर्घायु सुनिश्चित करती है। अधिकतम सूर्य के प्रकाश के संपर्क के लिए पैनलों को सही कोण और अभिविन्यास पर स्थापित किया जाना चाहिए।