आइनॉक्स विंड और सुज़लॉब एनर्जी में से कौन देगी ज्यादा लाभ?
भारत अपनी ऊर्जा की ज़रूरतों को पूरा करने और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों से दूर जाने के लिए अक्षय ऊर्जा क्षेत्र की ओर बढ़ावा दे रहा है, विशेष रूप से पवन ऊर्जा जिसमें देश काफी प्रगति कर रहा है। वर्तमान में पवन ऊर्जा भारत की कुल स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता का 10% है और इसकी कुल स्थापित क्षमता अगस्त 2024 तक 47.2 गीगावाट है। यह भारत को वैश्विक स्तर पर चौथा सबसे बड़ा पवन ऊर्जा बाजार बनाता है।
भारत 2030 तक अक्षय स्रोतों से 50% बिजली और 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखती है और 2030 तक देश 140 गीगावाट पवन ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रखती है। यह क्षेत्र 2029 तक 8% के CAGR की वृद्धि को दर्शाता है। इस लेख में हम बात करेंगे पवन ऊर्जा की दो सबसे बड़ी और लोकप्रिय कंपनियां सुजलॉन एनर्जी और आइनॉक्स विंड के बारे में और जानेंगे कोन सी कंपनी सबसे ज्यादा लाभ प्रदान करेंगी आपको। आइए जानते हैं।
भारतीय पवन ऊर्जा बाजार में प्रमुख खिलाड़ी
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड
यह कंपनी अक्षय ऊर्जा समाधानों में एक वैश्विक खिलाडी है जो पवन टरबाइन जनरेटर (WTG), रोटर ब्लेड और अन्य महत्वपूर्ण घटकों के निर्माण में शामिल है। यह कंपनी परियोजना की नियोजन, निष्पादन और संचालन और रखरखाव (O&M) सेवाएँ प्रदान करता है।
यह कंपनी अपने ₹85,950 करोड़ के बाजार पूंजीकरण के साथ 5.1 गीगावाट की घरेलू ऑर्डर बुक रखती है और 20.9 गीगावाट वैश्विक स्थापित क्षमता प्रदान करती है। FY25 Q2 राजस्व की बात करें तो कंपनी ने ₹2,103.38 करोड़ कर राजस्व दर्ज किया है और सालाना आधार पर 47.98% की वृद्धि कर रहा है। FY25 Q2 में कंपनी का शुद्ध लाभ ₹200.20 करोड़ हो गया और साल दर साल 95.72% की वृद्धि को दर्शाता है।
आईनॉक्स विंड लिमिटेड:
यह कंपनी भारत की सबसे लोकप्रिय पवन ऊर्जा की कंपनी है जो WTG बनाती है और पवन परियोजनाओं के लिए टर्नकी समाधान प्रदान करती है। यह कंपनी साइट अधिग्रहण, पवन संसाधन मूल्यांकन और बुनियादी ढांचे के विकास में विशेषज्ञता रखती है।
वर्त्तमान समय में कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹24,907 करोड़ और इसके पास 3.3 GW की आर्डर बुक है। FY25 Q2 में कंपनी ने राजस्व में ₹732.24 करोड़ दर्ज किए हैं जो साल दर साल 97.56% की वृद्धि को दर्शाता है। FY25 Q2 में कंपनी का शुद्ध लाभ ₹92.89 करोड़ है जो घाटे से वापसी का संकेत देते हैं।
वित्तीय प्रदर्शन जानें
सुजलॉन और आईनॉक्स ने राजस्व में मजबूत वृद्धि का प्रदर्शन किया है। इसमे सुजलॉन का राजस्व तीन सालों में दोगुना हो गया है जल्दी आईनॉक्स का FY21 से 3x हो गया है। सुजलॉन ने अपने बेहतर मार्जिन और ऋण में कमी के सहारे लगातार लाभप्रदता प्रदान किए है। वहीँ आईनॉक्स विंड का ठीक हो रहा है और अपने मार्जिन को स्थिर करके कंपनी अभी भी चुनौतियों का सामना कर रही है।
2023 में सुजलॉन पूंजी जुटाने के बाद कोई शुद्ध ऋण नहीं है। वहीँ आईनॉक्स विंड 1.91x का ऋण-से-इक्विटी अनुपात रखती है और FY25 की पहली छमाही तक ऋण-मुक्त स्थिति का लक्ष्य रखती है। सुजलॉन एनर्जी ने 1 साल में 56.63% का रिटर्न और 3 साल में 828.32% का शानदार रिटर्न दिया है। वहीँ आइनॉक्स विंड ने 1 साल में 180.81% का रिटर्न और 3 साल में 500.74% का रिटर्न प्रदान किया है।
भविष्य का दृष्टिकोण
सुजलॉन एनर्जी
सुजलॉन एनर्जी FY25 तक विनिर्माण क्षमता का विस्तार करेगी और 4.5 गीगावाट तक का लक्ष्य हासिल करने की ओर बढ़ रही है। कंपनी NTPC जैसे प्रमुख ऑर्डर के लिए मजबूत ऑर्डर बुक निष्पादन और आपूर्ति शुरू करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। यह कंपनी अक्षय ऊर्जा में अवसरों का लाभ उठाने के लिए मजबूत वित्तीय स्थिति प्रदान करती है।
आइनॉक्स विंड
आइनॉक्स विंड FY27 तक अपनी परिचालन क्षमता को 2 गीगावाट तक बढ़ाने की योजना बना रही है और FY25 तक EBITDA मार्जिन में 17% तक सुधार की उम्मीद कर रही है। इसी के साथ ही कंपनी पाने बैकवर्ड इंटीग्रेशन और उन्नत टरबाइन की तकनीक को लॉन्च करने के लिए भी तैयारी कर रही है।
Inox best product