भारत की सबसे बड़ी ग्रीन एनर्जी कंपनी, टाटा पावर को मिला 5000 MW के एनर्जी एनर्जी प्रोजेक्ट का आर्डर, पूरा विवरण देखें
टाटा पावर ने 5,000 मेगावाट स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने के लिए भूटान की ड्रुक ग्रीन पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत 2,000 मेगावाट के हाइड्रो, 2,500 मेगावाट के पंप स्टोरेज और 500 मेगावाट क्षमता के सोलर परियोजनाओं को विकसित किया जाएगा।
इस हैं साझेदारी के कारण भारत और भूटान के बीच सबसे बड़ा ऊर्जा सहयोग बढ़ेगा साथ ही भूटान के ऊर्जा उत्पादन को 2040 तक 25,000 मेगावाट तक बढ़ाने के लक्ष्य का भी समर्थन मिलेगा। तथा भारत के स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण लक्ष्यों को हासिल करने में भी मदद मिलेगी।
कंपनी के प्रोजेक्ट के बारे में जानें
इन परियोजनाओं में 4.3 गीगावाट सोलर सेल और मॉड्यूल प्लांट पूरी तरह से चालू है जिसमे पहली 2 गीगावाट सोलर सेल लाइन स्थिर हो रही है और दूसरी लाइन नवंबर में शुरू होगी जो दिसंबर तक पूरी क्षमता तक पहुंच जाएगी। टाटा पावर ओडिशा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 10 लाख रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित करने और 2-2.5 गीगावाट वार्षिक सोलर क्षमता वृद्धि हासिल करने का लक्ष्य रखती है।
कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन के बारे में जानें
टाटा पावर के शेयर का वर्तमान मूल्य ₹407.6 पर रहा जो पिछले बंद भाव ₹408.10 से 0.12% कम है। इसी के साथ इस घोषणा के बाद कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹1,30,146.18 करोड़ पर पहुँच गया था। इसी के साथ कंपनी का शेयर ₹412 पर खुला था जो इसके ₹412 उच्चतम और ₹397.50 के न्यूनतम भाव पर पहुँच गया था।
वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में कंपनी का राजस्व ₹15,698 करोड़ पर पहुँच गया जो वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही से 0.25% YoY की वृद्धि को दर्शाता है। इसी के साथ कंपनी का शुद्ध लाभ भी ₹1,093 करोड़ पहुँच गया जो FY24 से 7.47% YoY की वृद्धि को दर्शाता है। कंपनी के 4-वर्षीय प्रदर्शन की बात करें तो इस कंपनी ने 20.51% का राजस्व CAGR और 34.29% का शुद्ध लाभ CAGR दिया है। इसी के साथ कंपनी का आरओसीई 11.7%, आरओई 11.3%, और ऋण-से-इक्विटी 1.73x, और ईपीएस ₹11.7 रहा।
भविष्य का दृष्टिकोण
कंपनी के चार ट्रांसमिशन और वितरण परियोजनाएँ प्रगति पर हैं जिनमें से दो को वित्त वर्ष 25 तक और अन्य दो को वित्त वर्ष 26 तक पूरा किया जाना है। इसी के साथ कंपनी ने 1,000 मेगावाट पंप हाइड्रो परियोजना को मंजूरी दी है और 1,800 मेगावाट शिरावता परियोजना की शुरुआत से अक्षय ऊर्जा भंडारण को भी बढ़ाया है। कंपनी 2025 तक 1 लाख ईवी चार्जिंग स्टेशन विकसित करने की योजना के तहत भी काम कर रही है।
कंपनी के बारे में जानें
टाटा पावर भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनी है जो उत्पादन, पारेषण, वितरण और नवीकरणीय ऊर्जा में दुनिया की सबसे बड़ी और प्रसिद्ध कंपनियों में से एक है। इसकी महत्वाकांक्षी योजनाएँ और रणनीतिक साझेदारियाँ इसे भारत के हरित ऊर्जा में परिवर्तन में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करत हैं जिससे यह देश और निवेशकों के लिए एक बढ़िया लाभ का अवसर भी प्रस्तुत करती है।
अस्वीकरण: इस लेख के द्वारा प्रदान की गई जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इससे किसी भी प्रकार की निवेश की सलाह नहीं प्रदान की जाती है। निवेश निर्णय लेने से पहले कृपया एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।