बाइफेसियल सोलर पैनल
सोलर पैनल आज के समय में सोलर एनर्जी से बिजली पैदा करने का सबसे इफेक्टिव और एडवांस तरीका है जिसकी तकनीक हर समय विकसित हो रही है। आज सबसे उन्नत पैनल तकनीक में बाइफेसियल सोलर पैनल उपलब्ध है जो सोलर पैनल की सबसे उन्नत नवाचारों में से एक हैं।
इन पैनलों में पारंपरिक सोलर पैनलों की तुलना में ज्यादा बिजली पैदा करने की क्षमता है और दोनों तरफ से बिजली पैदा करने की उनकी क्षमता के कारण है। इस लेख में हम बात करेंगे सबसे अत्यधिक और कुशल बाइफेसियल सोलर पैनल के बारे में और जानेंगे इनके विशेषताएं और कीमत।
बाइफेसियल सोलर पैनल के बारे में जानें
यह पैनल सामने की तरफ सीधे सूर्य की लाइट से और पीछे की तरफ अल्बेडो लाइट (परावर्तित सूर्य के प्रकाश) से बिजली पैदा करते हैं। यह दो तरफा बिजली उत्पादन उन्हें पारंपरिक सोलर पैनलों की तुलना में सीमित जगह में ज्यादा कुशल बनाता है। जब सही तरीके से स्थापित किया जाता है तो यह बाइफेसियल पैनल और भी ज्यादा बिजली का प्रोडक्शन कर सकते हैं जिससे वे अच्छी परावर्तित प्रकाश की श्तिति वाली इलाकों के लिए एक बढ़िया विकल्प बन जाते हैं।
ये पैनल उन उपयोगकर्ताओं के लिए बढ़िया हैं जिनके पास ऐसी जगह है जहाँ अच्छी परावर्तित लाइट को कैप्चर किया जा सकता है जैसे कि परावर्तक छत की सतह। अगर आपकी छत में ऐसी स्थितियाँ हैं तो एक बाइफेसियल सोलर पैनल एक अत्यधिक प्रभावी विकल्प हो सकते हैं।
बाइफेसियल सोलर पैनल की विशेषताएँ जानें
बाइफेसियल पैनल में इस्तेमाल की जाने वाले सेल नॉन-जंक्शन होते हैं जिससे वे आगे और पीछे दोनों तरफ़ से बिजली पैदा कर सकते हैं। ये पैनल परावर्तित लाइट का उपयोग करके पीछे की तरफ़ से बिजली पैदा कर सकते हैं। सफ़ेद पृष्ठभूमि या सतह उनके प्रदर्शन को और भी ज्यादा बढ़ाती है। बाइफेसियल पैनल मोनो और पॉलीक्रिस्टलाइन प्रकारों में उपलब्ध हैं और पूर्ण-सेल और आधे-कटे सेल विविधताओं में भी आते हैं। एक पारदर्शी बैकशीट प्रकाश को पीछे के सेल तक जाने देता है जिससे बिजली का उत्पादन बढ़ता है।
बाइफेसियल सोलर पैनल की कीमत
बाइफेसियल पैनल की कीमत पारंपरिक पैनल की तुलना में थोड़ी ज़्यादा होती है। उदाहरण के लिए, अगर एक पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की कीमत लगभग₹30-32 प्रति वाट है तो एक बाइफेसियल पैनल की कीमत लगभग ₹35-36 प्रति वाट हो सकती है। यह कीमत ग्राहक के ब्रांड और जगह के आधार पर भी अलग-अलग हो सकती है।