इस मल्टीबैगर सोलर शेयर ने किया निवेशकों को माला-माल
भारत की जानी मानी सोलर कंपनी, ओरियाना पावर लिमिटेड ने हाल ही में एनटीपीसी-विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड से ₹83.56 करोड़ का एक बड़ा अनुबंध हासिल किया है। इस अनुबंध में ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) मॉडल के तहत 19.26 मेगावाट का सोलर एनर्जी प्लांट विकसित किया जाएगा। ओरियाना पावर इंजीनियरिंग, खरीद, निर्माण, कमीशनिंग और संयंत्र का चालू संचालन और रखरखाव जैसी सेवाएं प्रदान करेगा। इस प्रोजेक्ट को आठ महीने के अंदर पूरा किया जाना है जिससे यह घरेलू प्रोजेक्ट सोलर एनर्जी के क्षेत्र में ओरियाना पावर की स्थिति को मजबूत करने में सक्षम होगा।
आर्डर का विवरण जानें
इस अनुबंध के अलावा ओरियाना पावर ने इंपीरियल सोलर प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक सहायक कंपनी की स्थापना की है। यह नई यूनिट बिजली उद्योग के अंदर कई क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी जिसमें बिजली उत्पादन, परियोजना इंजीनियरिंग (ईपीसी), संचालन और रखरखाव, परामर्श और वितरण जैसी सेवाएं शामिल हैं।
इंपीरियल सोलर का लक्ष्य बिजली क्षेत्र के अंदर एक व्यापक स्पेक्ट्रम की सेवा प्रदान करेगी जिसमें पारंपरिक बिजली उत्पादन और सोलर एनर्जी उत्पादों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के लिए विशेष उपकरण शामिल हैं। यह सहायक कंपनी ओरियाना पावर को ऊर्जा क्षेत्र में अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए कई उन्नत रास्ते प्रदान करती है जिससे कंपनी इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को और भी मजबूत करने में सक्षम होगी।
कंपनी के बारे में जानें
ओरियाना पावर लिमिटेड सोलर एनर्जी समाधान प्रदान करने वाली भारत की जानी मानी कंपनियों में से एक है। कंपनी सोलर प्रोजेक्ट के लिए EPC सेवाओं और BOOT (बिल्ड, ओन, ऑपरेट, और ट्रांसफर) आधार पर सोलर एनर्जी समाधानों के विकास में देश के सबसे अनुभवी खिलाडियों में से एक है।
ओरियाना पावर दो प्रमुख व्यावसायिक मॉडलों के तहत काम करती है। पहला है कैपेक्स मॉडल और दूसरा है रेस्को मोड। कैपेक्स मॉडल के तहत ग्राहक पूंजीगत व्यय में निवेश करते हैं और ओरियाना पावर सौर प्रोजेक्ट के विकास के सभी पहलुओं को संभालते हुए EPC की भूमिका निभाती है। वहीँ रेस्को मॉडल में ओरियाना पावर सोलर पावर प्लांट का विकास, स्वामित्व और संचालन करती है जो ग्राहकों को लम्बे समय तक स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करने में सक्षम हो जाती है।
वित्तीय प्रदर्शन
ओरियाना पावर ने बेहतरीन वित्तीय सुधार दिखाए हैं जिसमे देनदार के दिन 48.4 से घटकर 19.2 हो गए हैं और कार्यशील पूंजी की आवश्यकता 29.0 से घटकर 15.0 दिन हो गई है। इन वृद्धियों ने इसके बाजार पूंजीकरण को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है जो लगभग ₹4,390 करोड़ हो गया है। कंपनी के शेयरों में भी 61% का रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई) और 38% का रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (आरओसीई) मिला है।
शुरुआत में एनएसई पर 1,200 शेयरों के लॉट साइज के साथ ₹317.1 प्रति शेयर पर लिस्ट की गई इस कंपनी के शेयर ने मल्टीबैगर रिटर्न प्रदान किया है। कंपनी के शेयर ₹305 प्रति शेयर के अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर से 750% से ज्यादा गए हैं। इस सेक्टर में रुचि रखने वाले निवेशकों को ज़रूर इस कंपनी के शेयर की ओर नज़रें रखनी चाहिए जिससे वे भी लम्बे समय तक अच्छा लाभ कमाने में सक्षम हो सकें।