इस सोलर एनर्जी कंपनी को मिला उत्तर प्रदेश में 2 मेगावाट ऑन-ग्रिड सोलर प्रोजेक्ट विकसित करने का आर्डर
सर्वोटेक पावर सिस्टम्स लिमिटेड (एसपीएसएल) ने उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (यूपीएनईडीए) से 2 मेगावाट ऑन-ग्रिड सौर ऊर्जा परियोजना के अधिग्रहण की घोषणा करी है। यह उपलब्धि कंपनी को भारत के हरित ऊर्जा और स्थिरता की ओर बढ़ने को मदद करती है।
यह कंपनी इस प्रोजेक्ट के तहत सौर ऊर्जा प्रणालियों का डिजाइन, आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग तथा स्थापना के बाद पांच साल तक वारंटी रखरखाव जैसी सेवाएं भी प्रदान करेगी। इस परियोजना को उत्तर प्रदेश में 67 रणनीतिक स्थलों में स्थापित किया जाएगा। इस नए प्रोजेक्ट के माध्यम से भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों के अनुरूप स्वच्छ, विश्वसनीय और लागत प्रभावी सौर ऊर्जा समाधान प्रदान किया जाएगा।
एल्यूमीनियम का उपयोग करके सोलर तकनीक में प्रगति
यह परियोजना सोलर पैनल की दक्षता और कार्यक्षमता को बढ़ाने में एल्यूमीनियम की भूमिका पर प्रकाश डालती है। नवीकरणीय ऊर्जा में एल्यूमीनियम के प्रमुख लाभों में शामिल हैं – हल्का और टिकाऊ होना और बेहतर चालकता और संक्षारण प्रतिरोध जैसी विशेषताएं रखना।
इस प्रोजेक्ट के लिए 6063, 6061 और 6005 जैसे उच्च-प्रदर्शन मिश्र धातुओं का उपयोग करके एक्सट्रूज़न प्रक्रियाओं के माध्यम से सोलर पैनल का निर्माण किया जाएगा। ये प्रगति अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के अनुसार, जलविद्युत और पवन के बाद विश्व स्तर पर अक्षय बिजली के तीसरे सबसे बड़े स्रोत के रूप में सौर ऊर्जा की बढ़ती प्रमुखता में योगदान करती है।
चीन दुनिया के 86% सोलर पैनलों का उत्पादन करता है जिससे यह बाजार में सबसे बड़े खिलाडियों में से एक है। यूरोप और उत्तरी अमेरिका प्रत्येक वैश्विक उत्पादन में लगभग 2% का योगदान देता है। कंपनी के शीर्ष सात सोलर पैनल उत्पादकों में से छह चीन में स्थित हैं जो इस क्षेत्र में देश की एहम भूमिका को दर्शाता है।
भविष्य का दृषिकोण
सर्वोटेक की परियोजना भारत के स्वच्छ ऊर्जा उद्देश्यों और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण कदम को दर्शाती है। अक्षय ऊर्जा क्षमता में विस्तार करके कंपनी भारत को एक हरित, और भी ज्यादा टिकाऊ ऊर्जा अवसंरचना में संक्रमण करके और आगे बढ़ाने में मदद करती है। इस पहल के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों में सर्वोटेक अपने नेतृत्व और सोलर एनर्जी के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देगी।