नए सोलर प्रोजेक्ट मिलने से इस सोलर एनर्जी कंपनी के शेयर में आया उछाल
टर्नकी सोलर पावर प्लांट परियोजनाओं में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनी, अग्नि ग्रीन पावर लिमिटेड को मिला नया वर्क ऑर्डर। कंपनी की इस घोषणा के बाद इसके स्टॉक के मूल्य में आई 4.3% की वृद्धि। यह कंपनी भारत की सबसे मशहूर कंपनियों में से एक है जो अपनी मजबूत आर्डर बुक और वित्तीय प्रदर्शन के साथ बन गई है देश की सबसे लोकप्रिय स्टॉक में से एक।
कार्य आदेश का विवरण
इस कंपनी को श्याम सेल एंड पावर लिमिटेड से यह ज़रूरी आर्डर मिला है जो जमुरिया, आसनसोल, पश्चिम बंगाल में विकसित किया जाएगा। इस आर्डर के लिए कंपनी डिजाइन और इंजीनियरिंग, खरीद और विनिर्माण, आपूर्ति, स्थापना और कमीशनिंग करेगी। इस परियोजना का आका 3 मेगावाट सौर पीवी सिस्टम (डीसी) है और इस अनुबंध का मूल्य ₹2.58 करोड़ है और इसे 4 महीने के अंदर पूरा किया जाना है।
शेयर मूल्य का विवरण जानें
कंपनी के शेयर का वर्तमान मूल्य ₹34.80 प्रति शेयर है और इसका पिछला बंद भाव ₹33.35 प्रति शेयर है। यह कंपनी अपने ₹68 करोड़ के बाजार पूंजीकरण के साथ देश की सबसे मशहूर कंपनियों में से एक है। कंपनी के शेयर में इंट्राडे में 4.3% की बढ़ोतरी हुई है जो ऑर्डर जीतने के बारे में सकारात्मक भावना को दर्शाता है।
कंपनी के बारे में जानें
अग्नि ग्रीन पावर लिमिटेड एक व्यापक सौर ऊर्जा समाधान प्रदाता है और टर्नकी सोलर पीवी पावर प्लांट निष्पादन, ऑफ-ग्रिड और ऑन-ग्रिड सोलर एप्लीकेशन, विशेष सौर घटकों का निर्माण करने में भारत की सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक है। कंपनी सोलर इनवर्टर, एमपीपीटी चार्जर, रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम, सोलर पंप कंट्रोलर बनाने में माहिर है। इसके अलावा, कंपनी भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) की एक पंजीकृत चैनल पार्टनर भी है।
वित्तीय प्रदर्शन
राजस्व वृद्धि की बात करें तो कंपनी ने H1FY24 में ₹14.26 करोड़ की वृद्धि दर्ज की है और H1FY25 में ₹16.16 करोड़। लाभ वृद्धि की बात करें तो कंपनी ने H1FY25 में ₹0.15 लाख है जो H1FY24 में ₹0.12 लाख से ज्यादा है। कंपनी ने इक्विटी पर रिटर्न (ROE) 1.08%, नियोजित पूंजी पर रिटर्न (ROCE) 5.34%, ऋण-से-इक्विटी अनुपात 0.32 है।
बाजार का दृष्टिकोण
नवीकरणीय ऊर्जा और सरकार पर बढ़ता ध्यान सौर परियोजनाओं के लिए सब्सिडी जैसी पहल अग्नि ग्रीन पावर लिमिटेड के लिए अनुकूल कारोबारी माहौल प्रदान करती है। हाल ही में मिले कार्य आदेश से इसकी ऑर्डर बुक और राजस्व प्रक्षेपवक्र को काफी मजबूती मिलने की उम्मीद है।
अस्वीकरण – इक्विटी में निवेश करना जोखिम भरा निर्णय हो सकता है। और पिछले प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देता है।