वारी एनर्जीज के शेयर में आई तेज़ी नए ऑर्डर की घोषणा के बाद, जानें पूरा विवरण

वारी एनर्जीज के शेयर में आई तेज़ी नए ऑर्डर की घोषणा के बाद

वारी एनर्जीज जो भारत मे सौर ऊर्जा के समाधान प्रदाता है, ने हाल ही में मध्य प्रदेश में 170 मेगावाट के सौर ऊर्जा प्लांट के विकास के लिए लेटर ऑफ अवार्ड (LoA) प्राप्त किया है। यह ऑर्डर रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (RUMSL) के द्वारा वारी एनर्जीज को प्रदान किया गया है।

यह नया प्लांट इंटर-स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (ISTS) के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा पैदा करेगा और संचारित करेगा। इस प्लांट के माढ्यम से भारत के अक्षय ऊर्जा लक्ष्यों को भी हासिल करने में योगदान देगा। यह परियोजना मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड और भारतीय रेलवे को टिकाऊ बिजली की आपूर्ति करेगी।

हाइलाइट्स

  • वारी को हाल ही में 1 गीगावाट सोलर मॉड्यूल का रिकॉर्ड ऑर्डर मिला है जो भारत की अक्षय ऊर्जा कंपनी के लिए सबसे बड़ा ऑर्डर है।
  • वित्त वर्ष 21 में कंपनी की विनिर्माण क्षमता 2 गीगावाट से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 13.3 गीगावाट हो गई है जो इसकी शानदार वृद्धि को दर्शाता है।
  • वित्त वर्ष 27 तक कंपनी 20.9 गीगावाट की क्षमता तक पहुंचने की योजना बना रही है, इसमें सौर सेल, पिंड और वेफर उत्पादन में बैकवर्ड इंटीग्रेशन शामिल है।

कंपनी की मुख्य उपलब्धियाँ जानें

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वारी एनर्जीज के शेयर में आई तेज़ी नए ऑर्डर की घोषणा के बाद, जानें पूरा विवरण
Source: Karkhana.io

वारी को हाल ही में 1 गीगावाट सोलर मॉड्यूल का रिकॉर्ड ऑर्डर मिला है जो भारत की अक्षय ऊर्जा कंपनी के लिए सबसे बड़ा ऑर्डर है। इस परियोजना की डिलीवरी वित्त वर्ष 24-25 और वित्त वर्ष 25-26 में होगी। इस परियोजना के माध्यम से कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति को भी मज़बूत करती है साथ ही देश में अग्रणी निर्माता के रूप में खुद को स्थापित करती है।

कंपनी ने हाल ही में ISO/IEC 17025:2017 मानकों को हासिल किया है जिससे कंपनी ने अपनी पीवी मॉड्यूल टेस्ट लैब (PMTL) के लिए NABL मान्यता प्राप्त की है। यह मानक वारी को पीवी मॉड्यूल बनाने में और भी ज्यादा प्रदर्शन, सुरक्षा और स्थायित्व प्राप्त होगी।

कंपनी की विनिर्माण क्षमता के बारे में जानें

वित्त वर्ष 21 में कंपनी की विनिर्माण क्षमता 2 गीगावाट से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 13.3 गीगावाट हो गई है जो इसकी शानदार वृद्धि को दर्शाता है। वित्त वर्ष 27 तक कंपनी 20.9 गीगावाट की क्षमता तक पहुंचने की योजना बना रही है, इसमें सौर सेल, पिंड और वेफर उत्पादन में बैकवर्ड इंटीग्रेशन शामिल है। वारी एनर्जीज अमेरिका के बाजार में भी मांग को पूरा करने के लिए ह्यूस्टन, टेक्सास में 1.6 गीगावाट क्षमता की सौर पीवी मॉड्यूल विनिर्माण सुविधा स्थापित कर रही है और वित्त वर्ष 27 तक इस सुविधा की क्षमता का विस्तार 5 गीगावाट हो जाएगा।

इसी के साथ वारी ओडिशा में एकीकृत सुविधा विकसित कर रही है जिसमे पिंड, वेफर, सौर सेल और पीवी मॉड्यूल के निर्माण के लिए 6 गीगावाट की सुविधा शामिल है जिसे वित्त वर्ष 27 तक चालू कर दिया जाएगा। बाजार में कंपनी की उपस्थिति की बात करें तो कंपनी भारत के घरेलू सौर मॉड्यूल बाजार में 21% की हिस्सेदारी रखती है। कंपनी भारत के सौर मॉड्यूल निर्यात वित्त वर्ष 24 में 44% की हिस्सेदारी रखती है। जून 2024 तक कंपनी के पास 12 GW की संयुक्त क्षमता है जिसे यह भारत में स्थित इसकी 5 विनिर्माण सुविधाएं से संचालित करती है।

कंपनी के बारे में जानें

वारी एनर्जीज लिमिटेड भारत की सबसे बड़े सौर पीवी मॉड्यूल निर्माता और निर्यातक है। यह कंपनी मल्टीक्रिस्टलाइन, मोनोक्रिस्टलाइन और उन्नत टॉपकौन मॉड्यूल जैसे उत्पाद शामिल हैं। वर्त्तमान समय में कंपनी के पास 20 GW की ऑर्डर बुक है जिसमें घरेलू, निर्यात और फ्रैंचाइज़ी ऑर्डर शामिल हैं। यह मज़बूत पाइपलाइन कंपनी की बाजार में मजबूत मांग को दर्शाता है। वारी अपने बैकवर्ड इंटीग्रेशन और इनोवेशन के साथ भारत में सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को दर्शाती है।

अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचना प्रदान करने उद्देश्यों के लिए है। इसे निवेश की सलाह नहीं समझा जाना चाहिए।

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