भारत की सबसे बड़ी सोलर कंपनियों में से एक, वारी एनर्जीज ने एडवांस्ड पीवी मॉड्यूल टेस्ट लैब के लिए प्राप्त की NABL मान्यता
भारतीय सोलर उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी, वारी एनर्जीज ने अपनी गुणवत्ता और नवाचार को और बढ़ाने की पुष्टि की है। कंपनी की चिखली, गुजरात की एडवांस्ड पीवी मॉड्यूल टेस्ट लैब (PMTL) ने कड़े ISO/IEC 17025:2017 मानकों के तहत NABL मान्यता प्राप्त की है। यह वारी की दूसरी NABL मान्यता है और पहली मान्यता इसकी टंब विनिर्माण सुविधा के लिए मिली थी।
मुख्य हाइलाइट्स
- PMTL की NABL मान्यता प्राप्ति के तहत यह सुविधा कई तरह के कठोर परीक्षण करने में सक्षम होती है जिनमें थर्मल साइक्लिंग, डैम्प हीट, मैकेनिकल लोड, संभावित-प्रेरित गिरावट (PID) जैसे परिक्षण शामिल हैं।
- इन परीक्षण के माध्यम से वारी अपने सौर मॉड्यूल को वैश्विक प्रदर्शन, सुरक्षा और स्थायित्व मानकों को आसानी से हासिल कर सकती हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल का पालन करके कंपनी यह गारंटी देती है कि उसके उत्पाद अलग-अलग पर्यावरणीय परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
कंपनी की नई परीक्षण सुविधा के बारे में जानें
PMTL की NABL मान्यता प्राप्ति में तहत यह सुविधा कई तरह के कठोर परीक्षण करने में सक्षम होती है जिनमें थर्मल साइक्लिंग, डैम्प हीट, मैकेनिकल लोड, संभावित-प्रेरित गिरावट (PID) जैसे परिक्षण शामिल हैं। इन परीक्षण के माध्यम से वारी अपने सौर मॉड्यूल को वैश्विक प्रदर्शन, सुरक्षा और स्थायित्व मानकों को आसानी से हासिल कर सकती हैं।
अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल का पालन करके कंपनी यह गारंटी देती है कि उसके उत्पाद अलग-अलग पर्यावरणीय परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। इस प्रयोगशाला की विशेष परीक्षण करने की क्षमता सोलर तकनीक में वारी की उपस्थिति को और भी ज्यादा मजबूत करती है।
कंपनी का विकास और बाजार में स्थिति
वारी एनर्जीज के उन्नत परीक्षण और उत्पादन मानक उच्च गुणवत्ता वाले सौर मॉड्यूल की बढ़ती वैश्विक मांग के लिए कंपनी ने कई रणनैतिक योजनाएं बनाई हैं। कंपनी सौर विनिर्माण और निर्यात के लिए वैश्विक केंद्र बनने के भारत के दृष्टिकोण में एहम भूमिका निभाती है।
यह कंपनी को टिकाऊ और नवीकरणीय ऊर्जा में बदलाव लाने में तेज़ी लाएगा। हाल ही में, वारी ने प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा खिलाड़ियों को सोलर पीवी मॉड्यूल की आपूर्ति करके कुल 524 मेगावाट के महत्वपूर्ण घरेलू ऑर्डर प्राप्त किए हैं। इन अनुबंधों को FY24 और FY26 के बीच पूरा किया जाएगा जिससे कंपनी अपनी मज़बूत बाजार की स्थिति को दर्शाती है।
कंपनी के बारे में जानें
1990 में स्थापित वारी एनर्जीज की वर्तमान स्थापित क्षमता 12 गीगावाट है जिसे कंपनी 2027 तक 20.9 गीगावाट तक बढ़ाएगी। कंपनी की बाजार हिस्सेदारी भारत के घरेलू सौर मॉड्यूल बाजार में 21% है। कंपनी भारत के सौर मॉड्यूल निर्यात का 44% वारी मल्टीक्रिस्टलाइन, मोनोक्रिस्टलाइन और उन्नत TOPCon मॉड्यूल सहित विविध उत्पाद रेंज प्रदान करती है।
वारी अपनी ओडिशा में एक पूरी तरह से एकीकृत 6 गीगावाट सुविधा और ह्यूस्टन, टेक्सास में 1.6 गीगावाट विनिर्माण सुविधा के माध्यम से अपनी उपस्थिति को और बढ़ाने में योगदान देगी। वर्त्तमान समय में कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹83,401 करोड़ से ज्यादा है। 30 सितंबर, 2024 तक वारी एनर्जीज के पास 20 गीगावाट की बड़ी ऑर्डर बुक है जिसमे घरेलू, निर्यात और फ़्रैंचाइज़ी ऑर्डर शामिल हैं।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इससे किसी भी प्रकार की निवेश की सलाह नहीं प्रदान की जाती है।
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