वारी एनर्जीज FY27 तक स्थापित करेगी 11.4 गीगावाट क्षमता के सोलर, लम्बे समय तक निवेश करने पर मिलेगा मुनाफा?

वारी एनर्जीज FY27 तक 11.4 गीगावाट की सोलर क्षमता स्थापित करेगी

भारत की सबसे बड़ी पवन ऊर्जा कंपनियों में से एक, वारी एनर्जीज सोलर और नवीकरणीय ऊर्जा विनिर्माण में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की दिशा में कई ज़रूरी कदम उठा रही है। अपनी नवीन योजनाओं के साथ कंपनी वित्त वर्ष 2026-27 तक कुल 11.4 गीगावाट एकीकृत सौर विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है जिससे भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में इसका नेतृत्व मजबूत होगा।

मुख्य हाइलाइट्स

  • कंपनी की 5.4 गीगावाट सोलर सेल क्षमता वित्त वर्ष 2023-24 के अंत तक चालू हो जाएगी जिसके लिए कंपनी ने ₹2,400-2,500 करोड़ का निवेश किया है।
  • कंपनी ने 6 गीगावाट की एकीकृत सुविधा जिसमे इनगोट, वेफ़र्स और सोलर सेल शामिल है इसे वित्त वर्ष 2026-27 तक पूरा किया जाना है।
  • वर्तमान में कंपनी की 13.3 गीगावाट मॉड्यूल विनिर्माण क्षमता है जो पहले से ही भारत में सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।

वारी की सोलर विनिर्माण विस्तार योजनाएँ

Waaree-energies-to-reach-11-4-gw-solar-capacity-by-fy27

वारी एनर्जीज FY27 तक 11.4 गीगावाट की सोलर क्षमता स्थापित करेगी, क्या शेयर देंगे मुनाफा? जानें
Source: Waaree Energies

कंपनी की 5.4 गीगावाट सोलर सेल क्षमता वित्त वर्ष 2023-24 के अंत तक चालू हो जाएगी जिसके लिए कंपनी ने ₹2,400-2,500 करोड़ का निवेश किया है। साथ ही कंपनी ने 6 गीगावाट की एकीकृत सुविधा जिसमे इनगोट, वेफ़र्स और सोलर सेल शामिल है इसे वित्त वर्ष 2026-27 तक पूरा किया जाना है।

वारी यूएस में मॉड्यूल विनिर्माण क्षमता के लिए भी ₹7-8 करोड़ का निवेश किया है जिससे कंपनी 1.6 गीगावाट सुविधा जोड़ेगी जिसे वित्त वर्ष 2023-24 तक चालू होने की उम्मीद है। वर्तमान में कंपनी की 13.3 गीगावाट मॉड्यूल विनिर्माण क्षमता है जो पहले से ही भारत में सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।

कंपनी का वैश्विक विस्तार और निर्यात का बाजार

र्तमान निर्यात बाजार में पूरी दुनिया में अमेरिका सबसे बड़े बाज़ारों में से एक है जिसमें 72% ईपीसी ऑर्डर निर्यात के लिए तैयार हैं। कंपनी पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरोपीय संघ (EU) में बाज़ारों की खोज भी जारी रख रही है। बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कंपनी इन क्षेत्रों में विनिर्माण सुविधाएँ स्थापित करने की योजना बना रही है।

वारी एनर्जीज ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों में ₹600 करोड़ का निवेश किया है। वारी एनर्जीज अपने बुनियादी ढाँचे के विकास और नवीकरणीय बिजली परियोजनाओं पर केंद्रित है साथ ही इससे ऊर्जा से जुड़े विकास की पहलों के लिए भूमि के विकास कंपनियों के फोकस के क्षेत्रों में शामिल हैं।

ग्रीन हाइड्रोजन और बैटरी ऊर्जा भंडारण में वारी एनर्जीज का उद्यम

सरकार की SIGHT योजना के तहत कंपनी 300 मेगावाट इलेक्ट्रोलाइज़र विनिर्माण क्षमता स्थापित करने की तैयारी कर रही है जो वारी के ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन में प्रवेश में एक बड़ा हिस्सा है। कंपनी अपनी ऊर्जा संक्रमण की नीतियों का समर्थन करने के लिए इस क्षेत्र में प्रवेश करने की योजना भी बना रही है।

वारी एनर्जीज अपनी सोलर विनिर्माण क्षमताओं का विस्तार करने पर केंद्रित होने के साथ ग्रीन हाइड्रोजन और ऊर्जा भंडारण सिस्टम जैसे नए युग की अक्षय तकनीक में भी विविधता लाने के लिए अपने अनुभव का लाभ उठा रही है। इन प्रयासों के माध्यम से वारी एनर्जीज पूरी दुनिया में अवसरों का लाभ उठाते हुए भारत की ऊर्जा के विकास में काफी तेज़ी से आगे बढ़ रही है। यह कंपनी अपनी मजबूत 20 गीगावाट ईपीसी ऑर्डर बुक के साथ कंपनी अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र को आकार देने में एक हैं भूमिका निभा रही है।

Leave a Comment