पॉवरग्रिड ने राजस्थान में नए सोलर एनर्जी पर आधारित ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं
भारत की सबसे प्रसिद्ध एनर्जी कंपनियों में से एक, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (पावरग्रिड) ने राजस्थान में अपने नए 400/220 KV नीमराणा सबस्टेशन पर फ्यूल सेल पर आधारित माइक्रोग्रिड सिस्टम के साथ इंटीग्रेटेड सोलर एनर्जी से चलने वाले ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट की स्थापना के लिए एक टेंडर जारी किया है। यह परियोजना भारत के ग्रीन हाइड्रोजन को अपनाने और नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के साथ मेल खाता है।
इस टेंडर के तहत बोली जमा करने की अंतिम तिथि 28 दिसंबर, 2024 रखी गई है और बोलियां भी उसी दिन खोली जाएंगी। इसके तहत बोली दस्तावेज शुल्क ₹25,000 है और अग्रिम राशि का 110% बैंक सुरक्षा पुरस्कार के 28 दिनों के अंदर प्रस्तुत किया जाना चाहिए। इस अनुबंध के 12 महीने के अंदर पूरा होना आवश्यक है। इसके तहत डेवलपर 10 साल की अवधि के लिए संचालन और रखरखाव की देखरेख करेगा और सेवाएं प्रदान करेगा।
परियोजना का स्कोप जानें और तकनीकी जानकारी
इस परियोजना के तहत माइक्रोग्रिड सिस्टम में 800 kWh के दैनिक भार को पूरा करने के लिए 1,500 kW सोलर पावर प्लांट और जल इलेक्ट्रोलिसिस के माध्यम से ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन सुविधाएं शामिल होंगे।
वहीँ अगर हाइड्रोजन भंडारण की अवसंरचना की बात करें तो इस परियोजना के तहत 1,200 kWh के रात के लोड के लिए बिजली उत्पन्न करने के लिए एक फ्यूल सेल सिस्टम शामिल होगा जो 200 kW/घंटा की अधिकतम मांग को पूरा करने के लिए प्रतिदिन 12-14 घंटे काम करने में सक्षम है। इसी के साथ भविष्य के विस्तार के लिए हाइड्रोजन ईंधन भरने वाले स्टेशन की स्थापना के प्रावधान शामिल किया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत 545 Wp की न्यूनतम क्षमता वाले मोनो क्रिस्टलीय हाफ-कट मॉड्यूल जो नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की मॉडल और निर्माताओं की अनुमोदित सूची (ALMM) के अंतर्गत आते हैं। इस परियोजना के डिजाइन में इंजीनियरिंग, खरीद, निर्माण, एकीकरण, कमीशनिंग और वैधानिक अनुमोदन सहित सभी पहलुओं को भी शामिल किया जाएगा।
परियोजना के बारे में और जानें
यह परियोजना भारत के नवीकरणीय ऊर्जा और ग्रीन हाइड्रोजन की तकनीक में नवाचार को उजागर करती है। सोलर एनर्जी को हाइड्रोजन-आधारित ऊर्जा भंडारण के साथ जोग कर यह परियोजना सबस्टेशन के लिए 24/7 घंटे ऊर्जा की आपूर्ति प्रदान करेगी और साथ ही पारंपरिक ईंधन पर निर्भरता को कम करेगी।
यह पहल भारत के राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के साथ भी जुड़ी हुई है जिसके माध्यम से देश को ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए पूरी दुनिया का एक बड़ा केंद्र बनाया जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस साल की शुरुआत में भारतीय सोलर एनर्जी निगम (SECI) ने पूरे भारत में ग्रीन हाइड्रोजन हब के एक लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए था।
इसके अलावा, यूनीकॉप्स टेक्नोलॉजीज ने 2023 में भारत के लेह, लद्दाख में 25 किलोवाट हाइड्रोजन पर आधारित फ्यूल सेल माइक्रोग्रिड सफलतापूर्वक विकसित किया है। इसकी मदद से चुनौतीपूर्ण इलाकों और ज़रूरी स्थानों में माइक्रोग्रिड परियोजनाओं पर बढ़ते ध्यान को दर्शाता है।
1 thought on “पॉवरग्रिड ने राजस्थान में नए सोलर एनर्जी पर आधारित ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट के लिए बोलियां की आमंत्रित”