भारत में रूफटॉप सोलर इंस्टालेशन 1.7 गीगावाट तक पहुंचा, पूरी डिटेल जानिए

भारत में रूफटॉप सोलर एनर्जी इंस्टालेशन के क्षेत्र में 2023 मिक्स्ड रिजल्ट वाला साल रहा। हाल ही में जारी की गई वर्ष 2023 की फोर्थ क्वार्टर और एनुअल रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष भारत में 1.7 MW कैपेसिटी के रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए गए जो अब तक का दूसरा सबसे बड़ा एनुअल फिगर है।

हालांकि, कैपेसिटी ग्रोथ केवल 3.7% ही रही। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कई कमर्शियल और इंडस्ट्रियल (C&I) कस्टमर ने नए प्रोजेक्टों पर रोक लगा दी, ताकि सोलर मॉड्यूल की कीमतों में स्टेबिलिटी आने का इंतजार किया जा सके।

2024 की शुरुआत में सोलर मॉड्यूल की कीमतों में कमी का अनुमान है, जिससे कंपनियों को प्रोजेक्ट कॉस्ट कम करने में मदद मिलने की उम्मीद है।

साल के पहले क्वार्टर में मॉड्यूल की कॉस्ट काफी ज्यादा थी, क्यूंकि 2023 में C&I कस्टमर ने इंस्टालेशन रोकने का फैसला लिया। रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट पर ALMM (एप्रूव्ड मॉडल और मनुफैक्टर लिस्ट) इम्प्लीमेंटेशन लागू होने को लेकर काफी कन्फूसिओं था।

इस महीने की शुरुआत में, न्यू और रिन्यूएबल एनर्जी मिनिस्ट्री ने 1 अप्रैल, 2024 से ALMM रेगुलेशन को फिर से लागू करने के अपने रीसेंट आर्डर को पोस्टपोन कर दिया है।

मंत्रालय ने पहले ओपन-एक्सेस सौर के तहत इन्सटाल्ड प्रोजेक्ट और कंस्ट्रक्शन के एडवांस्ड स्टेजेस में मौजूद प्रोजेक्ट तथा बिना सब्सिडी वाले रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट को छूट देते हुए ALMM को फिर से लागू करने की पुष्टि की थी। दिसंबर 2023 के अंत तक भारत में रूफटॉप सोलर प्लांट की क्युमुलेटिव इन्सटाल्ड कैपेसिटी 10.5 MW तक पहुंच गई थी।

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