UTL सिग्मा प्लस 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर
सोलर सिस्टम की बढ़ती डिमांड ज्यादातर कंस्यूमर सोलर एनर्जी की ओर आकर्षित हो रहे हैं। सोलर पैनलों का उपयोग करके सोलर एनर्जी को इलेक्ट्रिक एनर्जी में कन्वर्ट किया जाता है। सोलर सिस्टम में उपयोग किए जाने वाले सभी कॉम्पोनेन्ट अपने ईको-फ्रेंडली ऑपरेशन के लिए जाने जाते हैं। ऐसा ही एक हाई कैपेसिटी वाला कॉम्पोनेन्ट UTL का सिग्मा प्लस 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर है जिसका उपयोग आपके सोलर सिस्टम में किया जा सकता है। इस आर्टिकल में हम इसी हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर के बारे में बात करेंगे और जानेंगे कैसे आप भी इसे लगा कर अपना सिस्टम और एनहान्स कर सकेंगे।
सोलर इन्वर्टर और उनके टाइप जानिए
सोलर पैनल डायरेक्ट करंट की फॉर्म में सोलर एनर्जी से बिजली जनरेट करते हैं , जबकि हमारे घर के सारे अप्प्लिअस ज्यादातर अल्टेरनेटिंग करंट पर काम करते हैं जिसके लिए एक सोलर इन्वर्टर की ज़रुरत पड़ती है। यह सोलर इन्वर्टर डायरेक्ट करंट को अल्टेरनेटिंग करंट में बदलने का काम करते हैं। सोलर इनवर्टर मुख्य रूप से दो प्रकार के चार्ज कंट्रोलर के साथ बाजार में उपलब्ध हैं – PWM (पल्स विड्थ मॉड्यूलेशन) और MPPT (मैक्सिमम पावर प्वाइंट ट्रैकिंग)।
PWM सोलर इनवर्टर केवल वोल्टेज को कंट्रोल कर सकते हैं। वे सोलर पैनलों द्वारा उत्पादित इलेक्ट्रिक करंट को कंट्रोल नहीं कर सकते जिससे उनकी एफिशिएंसी लिमिटेड हो जाती है। ये इनवर्टर सिंपल हैं लेकिन अपने MPPT टेक्नोलॉजी-बेस्ड इन्वर्टर की तरह ज्यादा एफिसिएंसी ऑफर नहीं करते। वहीँ MPPT टेक्नोलॉजी पर आधारित सोलर इनवर्टर एडवांस्ड सोलर इनवर्टर होते हैं जो वोल्टेज और करंट दोनों को कंट्रोल करने में सक्षम होते हैं।
वे सोलर पैनल के मैक्सिमम पावर पॉइंट को ट्रैक करते हैं और एनर्जी कन्वर्शन को ऑप्टिमाइज़ करते हुए इस पॉइंट से मेल खाने के लिए पावर आउटपुट को एडजस्ट करते हैं। सोलर पैनलों से बिजली प्रोडक्शन को मक्सिमाइज़ करने की कैपेसिटी के कारण MPPT इनवर्टर PWM इनवर्टर की तुलना में लगभग 30% ज्यादा एफ्फिसिएक्ट होते हैं।
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UTL सिग्मा प्लस 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर
यूटीएल एक पॉपुलर भारतीय ब्रांड है जो अपने सोलर इक्विपमेंट की एक वाइड रेंज ऑफर करने के लिए जाना जाता है। इस कंपनी के प्रोडक्ट उत्पादों में से एक यूटीएल सिग्मा प्लस 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर है। यह इन्वर्टर हाइब्रिड सोलर सिस्टम में उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है जो पैनलों द्वारा जनरेट की गयी बिजली को सोलर बैटरी में स्टोर कर सकता है और इसे ग्रिड के साथ शेयर भी कर सकता है। हाइब्रिड सोलर सिस्टम एक एडवांस्ड और मॉडर्न प्रकार का सोलर सेटअप है।
जानिए इस सोलर हाइब्रिड इन्वर्टर के फीचर्स
यूटीएल सिग्मा प्लस 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर उन विशेषताओं के साथ आता है जो स्टैंड-अलोन और ग्रिड-इंटरैक्टिव मोड दोनों को सपोर्ट करते हैं। यह एक हाई क्वालिटी वाला इन्वर्टर है और इसे पर्यावरण को बिना नुक्सान पहुंचाए बिजली प्रोडूस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह 5 किलोवाट तक की कैपेसिटी वाले सोलर सिस्टम के लिए सूटेबल है।
यूटीएल सिग्मा प्लस 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर DSP-बेस्ड प्योर साइन वेव आउटपुट ऑफर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह सोलर सिस्टम का एफ्फिसिएंट और रिलाएबल परफॉरमेंस डिलीवर सुनिश्चित करता है। यह इन्वर्टर एक हाई एफिशिएंसी वाले RMPPT (मैक्सिमम पावर प्वाइंट ट्रैकिंग) सोलर चार्ज कंट्रोलर से इक्विप है। यह स्टैंड-अलोन और ग्रिड-इंटरैक्टिव दोनों मोड में काम करता है। स्टैंड-अलोन मोड में यह इन्वर्टर बैटरी बंद कर देता है जिससे AC आउटपुट मिलता है। बैटरी को मुख्य रूप से सोलर एनर्जी का उपयोग करके चार्ज किया जाता है। ग्रिड-इंटरैक्टिव मोड में एक्स्ट्रा सोलर एनर्जी को ग्रिड के साथ शेयर किया जाता है।
यूजर एक्सपीरियंस को बढ़ाने के लिए इस सोलर इन्वर्टर में एक LED डिस्प्ले शामिल है जो सोलर सिस्टम के अंदर होने वाली रेटिंग और प्रोसेस को दिखाता है। इसे रिवर्स AC वोल्टेज प्रोटेक्शन के साथ डिजाइन किया गया है। यह इन्वर्टर सोलर एनर्जी को मक्सिमाइज़ करते हुए प्रायोरिटी के आधार पर स्मार्ट, पीसीयू और हाइब्रिड मोड में काम करता है। यूटीएल सिग्मा प्लस 5kVA/48V हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर की लाइफसाइकिल 20 साल तक होती है और यूटीएल इस इन्वर्टर पर 5 साल की वारंटी भी ऑफर करती है। इस इन्वर्टर को इंस्टॉल करना काफी आसान है और इसके लिए मिनिमम मेंटेनेंस की नीड होती है जो इसे रेजिडेंशियल और कमर्शियल उपयोग दोनों के लिए एक कनविनिएंट ऑप्शन बनाता है।
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