हरियाणा की MDU यूनिवर्सिटी में लगेगा 1.5 MW का रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट, जानिए पूरी डिटेल्स

हरियाणा की यूनिवर्सिटी में लगेगा 1.5 MW का रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट

हरियाणा के रोहतक में लोकेटेड महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी ने कई यूनिवर्सिटी बिल्डिंग में 1.5 मेगावाट ग्रिड-कनेक्टेड रूफटॉप सोलर पावर सिस्टम के डिजाइन, सप्लाई, इंस्टलेशन, टेस्टिंग और कमीशनिंग के लिए एक टेंडर जारी किया है। यह प्रोजेक्ट रिन्यूएबल एनर्जी सर्विस (RESCO) मॉडल को फॉलो करेगी और इसमें ऑपरेशन और मेंटेनेंस (O&M) रेस्पॉन्सिबिलिटीज़ भी शामिल होंगी।

इंटरेस्टेड बिडर को 26 मार्च 2024 तक अपनी बिडिंग सबमिट करनी होंगी, जिसके अगले दिन बिड ओपनिंग का समय शैडूल्ड है। बिडिंग प्रोसेस के पार्ट के रूप में, बिडर को ₹10,00,000 की अर्नेस्ट मनी और ₹15,000 की नॉन-रिफंडेबल बिड डॉक्यूमेंट को प्रोवाइड करना करना आवश्यक है।

जनरेट की गयी सोलर पावर का उपयोग मुख्य रूप से इंटरनल कंसम्पशन के लिए किया जाएगा और एक्सेस पावर को ग्रिड में वापस भेज दिया जाएगा। यूनिवर्सिटी का लक्ष्य इस इनिशिएटिव के माध्यम से मेन ग्रिड से फॉसिल फ्यूल बेस्ड इलेक्ट्रिसिटी पर अपनी डिपेंडेंस को कम करना है।

क्या होगा इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य?

हरियाणा की यूनिवर्सिटी में लगेगा 1.5 MW का रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट, जानिए पूरी डिटेल्स
Source LA Times

RESCO मॉडल के अंडर सिलेक्टेड बिडर प्रोजेक्ट कॉस्ट को कवर करेगा और यूनिवर्सिटी के साथ 25 साल का पावर परचेस एग्रीमेंट (PPA) करेगा। O&M रिस्पांसिबिलिटी में वियर और टेअर को एड्रेस करना, ब्रेकडाउन मैनेज करना, इन्शुरन्स मटर को हैंडल करना और 25 वर्षों के लिए नेसेसरी रिप्लेसमेंट और स्पेयर ऑफर करना शामिल होगा।

बिडर को टेंडर में स्पेसिफिक कैपेसिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हुए पिछले सात सालों में सिमिलर प्रोजेक्ट को एक्सीक्यूट करने का अनुभव डेमोंस्ट्रेट करना होगा। इसके अलावा, उन्हें पिछले तीन सालों में मिनिमम एवरेज एनुअल फाइनेंसियल टर्नओवर ₹5,00,00,000 दिखाना होगा।

अन्य रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट:

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Source: Deege SOlar

कांट्रेक्टर या सब-कांट्रेक्टर के पास रिलेवेंट इंजीनियरिंग वर्क को एक्सीक्यूट करने के लिए वैलिड लाइसेंस होना चाहिए और सिमिलर प्रोजेक्ट में प्रायर एक्सपीरियंस होना चाहिए। कम्प्लेटेड और ऑनगोइंग प्रोजेक्ट की परफॉरमेंस ऑथोराइज़्ड अथॉरिटी द्वारा सर्टिफाइड किया जाना चाहिए। स्पेसिफिक नॉर्म्स के तहत जॉइंट वेंचर की परमिशन है।

इसी तरह, गुजरात के गांधीनगर में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी ने हाल ही में 1 मेगावाट ग्रिड-कनेक्टेड रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट के लिए इंटरेस्ट की एक्सप्रेशन जारी किए हैं। जबकि पिछले साल, पुणे टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग कॉलेज ने 660 किलोवाट के लिए इंटरेस्टेड के एक्सप्रेशन इन्वाइट किए थी।

यह भी देखिए: झारखण्ड में लगेगा 14MW का सोलर प्रोजेक्ट, जानिए कौन भर सकता है टेंडर

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