सोलर पैनल कितने तरीके के होते हैं और कितनी एफिशिएंसी डिलीवर करते हैं?
सूरज एक नेचुरल एनर्जी का सोर्स है जो अबन्डेन्ट अमाउंट में अवेलेबल है। सूर्य से एनर्जी फोटॉन के रूप में निकलती है जिसे सोलर पैनल का उपयोग करके इलेक्ट्रिकल एनर्जी में कन्वर्ट किया जाता है। सोलर पैनल बिना किसी प्रदूषण के सोलर एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में कन्वर्ट करते हैं जिससे यह बिजली प्रोडक्शन का एनवायर्नमेंटल-फ्रेंडली तरीका बन जाता है।
कई कंस्यूमर अपने सोलर प्लांट में अवेलेबल कई टाइप को समझे बिना सोलर पैनल लगाते हैं जिससे अक्सर सबऑप्टिमल इंस्टॉलेशन और फाइनेंसियल लॉस होता है। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे इन्ही सोलर पैनल के टाइप के बारे में बात करेंगे और जानेंगे उनकी एफिशिएंसी, उनके कॉस्ट, और बताएँगे कोनसा पैनल आपके लिए सबसे बेस्ट है।
सोलर पैनल के टाइप जानें
1. पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल कई सिलिकॉन क्रिस्टल से बने होते हैं और आमतौर पर ब्लू कलर के होते हैं। मोनोक्रिस्टलाइन पैनलों की तुलना में इनकी मैन्युफैक्चरिंग आसान होती है जिसके कारण इनकी कॉस्ट काफी कम होती है। कई क्रिस्टल की प्रजेंस के कारण उनकी एफिशिएंसी भी काफी कम होती है।
यह पैनल 16-17% की एफिशिएंसी डिलीवर करते हैं और बादल वाले मौसम में अच्छा परफॉर्मन्स नहीं डिलीवर करते हैं। यह पैनल बहुत ज्यादा हॉट एनवायरनमेंट में खराब हो सकते हैं। पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल अपने इजी मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस के कारण कम कीमत पर अवेलेबल होते हैं।
2. मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनलों को सिंगल-क्रिस्टल सोलर पैनल भी कहा जाता है। यह पैनल प्योर सिलिकॉन से बने होते हैं जिससे उनका रंग ब्लैक या डार्क ब्लू होता है। इन पैनलों में सोलर सेल वेफ़र में काटे जाते है और यह सेल गोल होते हैं और एज कटे हुए होते हैं। मोनोक्रिस्टलाइन पैनल अपने प्योर सिलिकॉन कंस्ट्रक्शन के कारण अपनी हाई एफिशिएंसी के लिए जाने जाते हैं।
यह पैनल अपनी एफिशिएंसी के लिए मशहूर हैं और लगभग 22% की एफिशिएंसी ऑफर करते हैं। मोनोक्रिस्टलाइन पैनल बदल वाले मौसम में भी अच्छी परफॉर्मन्स डिलीवर करते हैं और हाई टेम्प्रेचर पर भी अच्छी एफिशिएंसी डिलीवर करते हैं। इस टाइप के सोलर पैनल पॉलीक्रिस्टलाइन पैनलों से मेहेंगे होते हैं अपनी काम्प्लेक्स मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस की वजह से।
3. बाइफेसियल सोलर पैनल
बाइवेशियल सोलर पैनल सबसे एडवांस टाइप के सोलर पैनल हैं जो दोनों तरफ से सनलाइट को एब्सॉर्ब करने में सक्षम हैं जिसके कारण 10-30% ज्यादा बिजली प्रोडक्शन होता है। वे अत्यधिक एफ्फिसिएंट हैं और छोटी जगहों में इंस्टॉल किए जा सकते हैं।
यह पैनल अपनी हाई एफिशिएंसी के लिए जाने हैं और लगभग 27-30% की एफिशिएंसी डिलीवर करते हैं। यह सोलर पैनल सभी मौसम की कंडीशन में बिजली का प्रोडक्शन करने के लिए सक्षम हैं। यह पैनल सबसे ज्यादा मेहेंगे होते हैं और बाजार में आसानी से नहीं मिलते हैं।
4. PERC सोलर पैनल
पैसिवेटेड एमिटर और रियर सेल (PERC) सोलर पैनल में एक एडिशनल डाइइलेक्ट्रिक पैसिवेशन लेयर होती है जो फोटॉन को सेल में वापस रिफ्लेक्ट करती है जिससे इसकी एफिशिएंसी काफी ज्यादा होती है। इन पैनलों को हाफ कट रूप में बनाया जा सकता है जिससे सेल के नंबर डबल हो जाता है और एफिशिएंसी और बढ़ जाती है।
यह पैनल अपनी पैसिवेशन लेयर के कारण हाई एफिशिएंसी डिलीवर करते हैं और मोनोक्रिस्टलाइन और पॉलीक्रिस्टलाइन दोनों टाइप में अवेलेबल होते हैं। यह सोलर पैनल ट्रेडिशनल पैनलों की तुलना में ज्यादा महंगे भी होते हैं।
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