वारी एनर्जीज लिमिटेड ने अपने IPO की तिथि से 92% का लाभ दर्ज किया
भारत की सबसे बड़ी सौर पीवी मॉड्यूल निर्माता वारी एनर्जीज लिमिटेड ने ऑस्ट्रेलिया में वारी रिन्यूएबल एनर्जीज ऑस्ट्रेलिया पीटीवाई लिमिटेड नाम की एक नई कंपनी के फार्मेशन की घोषणा की है। नई स्थापित की गई यूनिट ऑस्ट्रेलिया में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी जो स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में वारी की और आगे बढ़ाएगी और कंपनी की अंतराष्ट्रीय उपस्तिथि को और मज़बूत करेगी।
हाइलाइट्स
- वारी एनर्जीज के शेयर शुक्रवार को 2.17% की वृद्धि के साथ बंद हुए थे जिसकी कीमत NSE पर ₹2,900.70 थी।
- कंपनी के शेयर अपने इश्यू प्राइस पर 66.3% प्रीमियम के साथ सूचीबद्ध हुए थे जिससे इसकी मांग और लोकप्रीयता का पता लगता है।
- कंपनी का मौजूदा स्टॉक प्राइस इस घोषणा के दौरान ₹2,900.70 था जो इसके IPO के इश्यू प्राइस के आधार पर निवेशकों के लिए 92% रिटर्न को दर्शाता है।
स्टॉक प्रदर्शन और IPO का विवरण जानें
वारी एनर्जीज के शेयर शुक्रवार को 2.17% की वृद्धि के साथ बंद हुए थे जिसकी कीमत NSE पर ₹2,900.70 थी। शेयर की कीमत ₹2,883.90 पर खुली। 28 अक्टूबर, 2024 को अपने आईपीओ डेब्यू के बाद से अपनी ऊपर की गति को जारी रखता है। कंपनी के शेयर अपने इश्यू प्राइस पर 66.3% प्रीमियम के साथ सूचीबद्ध हुए थे जिससे इसकी मांग और लोकप्रीयता का पता लगता है ।
IPO के दौरान कंपनी के शेयर का इश्यू प्राइस ₹1,500 प्रति शेयर रखा गया था। कंपनी के शेयर का लिस्टिंग प्राइस NSE पर ₹2,500 और BSE पर ₹2,550 था। कंपनी का मौजूदा स्टॉक प्राइस इस घोषणा के दौरान ₹2,900.70 था जो इसके IPO के इश्यू प्राइस के आधार पर निवेशकों के लिए 92% रिटर्न को दर्शाता है।
उन्नत परीक्षण सुविधाओं के लिए NABL मान्यता
वारी एनर्जीज ने हाल ही में अपने पीवी मॉड्यूल टेस्ट लैब (PMTL) को राष्ट्रीय परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशालाओं के लिए मान्यता बोर्ड (NABL) से मान्यता प्राप्त करके एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
PMTL की क्षमताओं में मान्यता मानक ISO/IEC 17025:2017 और इसकी परीक्षण रेंज 48+ परीक्षण की है जिसमें थर्मल साइकलिंग, नम गर्मी, यांत्रिक भार, और संभावित-प्रेरित गिरावट शामिल हैं। इसके माध्यम से वारी के PV मॉड्यूल कड़े वैश्विक प्रदर्शन, सुरक्षा और स्थायित्व मानकों को पूरा करने में सक्षम होंगे।
निष्कर्ष
वारी अपनी ऑस्ट्रेलियाई सहायक कंपनी के लॉन्च, परीक्षण और उत्पादन में निरंतर प्रगति के साथ अक्षय ऊर्जा में अपनी उपस्थिति मज़बूत करने की ओर कड़े कदम उठा रही है। इससे यह कंपनी अपने विकास, सौर उद्योग में गुणवत्ता और नवाचार के उच्च मानकों को बनाए रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी चाप छोड़कर दुनिया की सबसे बड़ी सोलर कंपनी बनने और देश के अक्षय ऊर्जा के लक्ष्यों को पूरा करने की ओर एहम योगदान दे रही है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इससे किसी भी प्रकार की निवेश की सलाह नहीं दी जाती है।