जानिए भारत के सबसे ज्यादा बिकने वाले Solar Panel के बारे में, मिलेंगे किफायती कीमत पर

कोनसा Solar पैनल सबसे ज्यादा परफॉरमेंस ऑफर करता है, जानिए सोलर पैनल की एफिशिएंसी, टाइप के बारे में

सोलर एनर्जी को फ्यूचर की एनर्जी के रूप में देखा जाता है क्यूंकि यह बिना किसी प्रदूषण किए हमारी एनर्जी की नीड्स को पूरा कर सकते हैं। यह ऐसी दुनिया में प्रदूषण को कम करने का एक तरीका पेश करती है जहाँ फॉसिल फ्यूल हावी हैं। फॉसिल फ्यूल का उपयोग न केवल क्लाइमेट चेंज को बढ़ावा देता है बल्कि इससे ग्लोबल वार्मिंग जैसे कई एनवायर्नमेंटल रिस्क उत्पन्न होते हैं। फॉसिल फ्यूल पर हमारी निर्भरता को कम करना और सोलर एनर्जी के उपयोग को बढ़ावा देना एक समझदारी वाला कदम होगा। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे सोलर एनर्जी को हार्नेस करने वाले सोलर पैनलों के बारे में और जानेंगे कोनसा सोलर पैनल सबसे ज्यादा एफिशिएंसी और परफॉरमेंस देता है अपने लम्बे लाइफस्पैन में।

सोलर पैनल क्या होता है?

कोनसा सोलर पैनल सबसे ज्यादा परफॉरमेंस ऑफर करता है, जानिए एफिशिएंसी, टाइप और बाकी डिटेल्स
Source: LA Times

सोलर पैनल सनलाइट को सोलर सेल के माध्यम से बिजली में कन्वर्ट करते हैं। इन सेल को फोटोवोल्टिक (PV) सेल भी कहा जाता है। ये पैनल ईको-फ्रेंडली होते हैं जिसके कारण इनके उपयोग से कोई प्रदूषण नहीं होता है। और सरकारें भी इस कदम को आगे बढ़ाने के लिए सब्सिडी प्रोवाइड करती हैं जिससे नागरिकों का आर्थिक बोझ कम हो और उनके उपयोग को प्रोत्साहित करती हैं।

सोलर पैनलों के प्रकार

बाजार में मुख्य रूप से तीन प्रकार के सोलर पैनल उपलब्ध हैं।

सबसे पहले पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल आते हैं जो सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं। ये कम एफ्फिसिएंट होते हैं लेकिन बाकी पैनलों की तुलना में सस्ते होते हैं, ये सिर्फ़ दिन के समय बिजली पैदा करते हैं। इन पैनलों के लिए सरकारी सब्सिडी उपलब्ध होती है। फिर आते हैं मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल आते हैं, ये पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल से ज़्यादा एफ्फिसिनेट होते हैं और मॉडर्न टेक्नोलॉजी पर बेस्ड होते हैं जिससे ये खराब मौसम में भी बिजली पैदा कर सकते हैं। इन फीचर्स के साथ इनकी कीमत पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनलों की तुलना में ज्यादा भी होती है।

फिर आते हैं बाइफ़ेशियल सोलर पैनल, ये सबसे एडवांस पैनल होते हैं जो दोनों तरफ़ से बिजली पैदा कर सकते हैं। यह पैनल डायरेक्ट सनलाइट और रेफ्लेक्टे डलाइट (अल्बेडो लाइट) दोनों का इस्तेमाल करते हैं। ये एडवांस सोलर पैनल सबसे मेहेंगे भी होते हैं बाकी पैनलों की तुलना में।

कौन सा सोलर पैनल सबसे लंबे समय तक चलता है?

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लंबे समय तक बिजली उत्पादन के लिए सबसे अच्छा सोलर पैनल चुनने में कई कारक शामिल होते हैं।

हाई एफिशिएंसी वाले सोलर पैनल ज़्यादा बिजली पैदा करते हैं। पीवी सेल की एफिशिएंसी सीधे पैनल की ओवरआल एफिशिएंसी को प्रभावित करती है जिससे लॉन्ग-टर्म एनर्जी लाभ मिलता है। सोलर पैनल बनाने वाले ब्रांडों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उच्च प्रदर्शन वाले उपकरणों के लिए जाने जाने वाले रिलाएबल ब्रांड चुनना महत्वपूर्ण है। आप ब्रांड की जानकारी ऑनलाइन ले सकते हैं।

अपने सोलर सिस्टम की कैपेसिटी के आधार पर सही संख्या में पैनल इंस्टॉल करें। एक अच्छे सिस्टम के लिए सही कैपेसिटी और पैनलों की संख्या की आवश्यकता होती है। अनुचित इंस्टालेशन के कारण पैनल कुछ सालों में फ़ैल हो सकते हैं। अपने सोलर सिस्टम को किसी एक्सपर्ट तकनीशियन द्वारा इंस्टॉल करवाना ज़रूरी है। आमतौर पर पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल 25 साल की परफॉरमेंस वारंटी के साथ आते हैं जबकि मोनोक्रिस्टलाइन और बाइफेसियल पैनल 30 साल की वारंटी ऑफर करते हैं।

एक्सएक्ट टर्म्स निर्माता पर निर्भर करती हैं इसलिए रेपुटेड ब्रांड से अपने सोलर पैनलों को खरीदें। लंबे समय तक चलने वाले परफॉरमेंस के लिए रेगुलर मेंटेनेंस आवश्यक है। ऑप्टीमल एफिशिएंसी के लिए आप इंस्टॉल करने वाले ब्रांड के साथ एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट (AMC) की अरेंजमेंट कर सकते हैं।

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